महीनेभर के भीतर निवाड़ी में बढ़ा अपराध का ग्राफ
संवाद सहयोगी मोदीनगर निवाड़ी थानाक्षेत्र में महीनेभर के भीतर अपराध का ग्राफ बढ़ा है। यह
संवाद सहयोगी, मोदीनगर : निवाड़ी थानाक्षेत्र में महीनेभर के भीतर अपराध का ग्राफ बढ़ा है। यहां महीनेभर में तीन लूट के अलावा दो शव मिल चुके हैं। किसी घटना का अभी तक पर्दाफाश नहीं हो सका है। इतना ही नहीं, वाहन चोरों ने तो निवाड़ी पुलिस की नींद उड़ा रखी है। आए दिन कहीं न कहीं से वाहन चोरी होने की सूचना मिलती है। घटनाओं के पर्दाफाश व शवों की शिनाख्त में ढिलाई, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है। उधर, घटना में लिप्त आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस दबिश तो देती है, लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगता। बढ़ती आपराधिक घटनाओं से ग्रामीण भी खौफजदा हैं। घटनाएं बढ़ना कहीं न कहीं पुलिस की नाकामी को दिखाता है। पीड़ित लगातार आरोपितों को पकड़ने की पुलिस से गुहार लगा रहे हैं। घटनाओं का विवरण 11 अक्टूबर की रात गाजियाबाद के विजयनगर के कैब चालक सरताज से तीन युवकों ने तमंचे के बल पर निवाड़ी गंगनहर के पास लूट को अंजाम दिया। मारपीट करते हुए उससे कैब, मोबाइल व नकदी लूट ली। बाद में उसके हाथ-पैर बांधकर फरार हो गए। तीन अक्टूबर की रात ग्यासपुर गांव में अविद्र त्यागी के बेटे अक्षित व पत्नी को बंधक बनाकर तमंचे के बल पर बदमाशों ने 50 हजार रुपये लूट लिए। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। एक अक्टूबर को निवाड़ी में डीजे कालेज के निकट आटो सवार अमित कुमार से बाइकसवार बदमाशों ने फोन लूट लिया। आटो ने बदमाशों का काफी दूरी तक पीछा भी किया, लेकिन कोई बदमाश नहीं मिला 11 अक्टूबर को निवाड़ी क्षेत्र में सोनिया विहार रेग्यूलेटर के पास युवक का शव मिला। तमाम प्रयास के बाद भी उसकी शिनाख्त नहीं हुई। इतना ही नहीं, 17 अक्टूबर को भी वहीं पर किशोरी का शव मिला। दोनों ही शवों पर चोट के निशान मिले, लेकिन दोनों शव के बारे में अभी तक कोई सुराग पुलिस को नहीं लगा। चोरी में दर्ज हुई लूट
घटनाओं को दबाने के लिए भी पुलिस ने पूरी मेहनत की। तीनों लूट की घटनाओं को पुलिस ने चोरी की धाराओं में दर्ज किया। इससे केस तो कमजोर होगा ही, साथ ही अपराधियों को भी कोर्ट में संरक्षण मिलेगा। पुलिस ने जितना समय घटना को दबाने में लगाया, यदि इतना ही समय पर्दाफाश करने में लगाते तो शायद बदमाश उनकी गिरफ्त में होते। कथन
घटनाओं पर पुलिस टीम काम कर रही है। लगातार दबिशें दी जा रही हैं। शवों की शिनाख्त के प्रयास भी चल रहे हैं। कुछ दिन पहले पुलिस ने दो लुटेरों को जेल भी भेजा था। लंबित पड़े मामलों में थाना प्रभारी से प्रगति रिपोर्ट मांगी जाएगी।
- सुनील कुमार, सीओ मोदीनगर।