फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से 50 लाख ठगने वाला गिरफ्तार

जागरण संवाददाता साहिबाबाद एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से तीस से अधिक लो

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:44 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:44 PM (IST)
फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से 50 लाख ठगने वाला गिरफ्तार
फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से 50 लाख ठगने वाला गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से तीस से अधिक लोगों से करीब 50 लाख की ठगी करने वाले को कौशांबी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित कर्मचारियों से मिलीभगत कर वर्चुअल ईएमआइ कार्ड धारकों का विवरण लेता था। इसके बाद कार्ड धारकों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलवा देता। नंबर बदलकर उनके कार्ड से वह खरीदारी करता था। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया है।

पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अभय मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित की पहचान प्रभात चौधरी निवासी नरौरा, बुलंदशहर के रूप में हुई है। फिलहाल प्रभात सुपरटेक इको विलेज थाना बिसरख गौतमबुद्ध नगर में रह रहा था। उसने एमबीए की पढ़ाई की है। वर्ष 2018 से फाइनेंस कंपनी के ग्राहकों के वर्चुअल ईएमआइ कार्ड के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलकर ठगी करता था। अब तक लोगों से करीब 50 लाख रुपये की ठगी कर चुका है। एक फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों को इस तरीके से ठगी किए जाने का पता चला तो कौशांबी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। सर्विलांस के जरिए पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इस तरीके से करता था ठगी :

अभय मिश्र के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित प्रभात फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की सांठगांठ से ऐसे उपभोक्ताओं का नाम पता, जन्मतिथि, आधार कार्ड, पैन कार्ड हासिल करता था, जिनका वर्चुअल ईएमआइ कार्ड बना होता था। इसके बाद ग्राहक सेवा अधिकारी को फोन कर उपभोक्ता की जगह अपना मोबाइल अपडेट करा देता था। नंबर अपडेट होने के बाद असली उपभोक्ता के आधार कार्ड पर अपनी फोटो चिपकाकर फोटो स्टेट करता था। इसी आधार कार्ड और मोबाइल नंबर पर आए हुए ओटीपी के जरिए महंगे फोन, एलईडी टीवी व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण खरीद लेता था। नंबर बदलने से वर्चुअल कार्ड धारक के पास मैसेज तक नहीं जाता था। वर्चुअल कार्ड ऐसा कार्ड होता है, जिसमें उपभोक्ता को कार्ड इश्यू नहीं होता। सिर्फ ई मेल पर ही एक कार्ड भेज दिया जाता है। इस तरह पकड़ में आया आरोपित

कौशांबी स्थित एक फाइनेंस कंपनी के उपभोक्ता के साथ गिरफ्तार आरोपित ने ठगी की। किस्त न जमा होने पर रिकवरी टीम उपभोक्ता के घर पहुंची तो पता चला कि उपभोक्ता के नाम से किसी और ने सामान खरीदे हैं। इसके बाद कंपनी अधिकारियों ने कौशांबी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

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