मरीज परेशान, नौकरी छोड़ रहे चिकित्सक

मदन पांचाल गाजियाबाद जिले में सरकारी चिकित्सकों का अभाव है लेकिन फिर भी नौकरी से परे

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 07:22 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 07:22 PM (IST)
मरीज परेशान, नौकरी छोड़ रहे चिकित्सक
मरीज परेशान, नौकरी छोड़ रहे चिकित्सक

मदन पांचाल, गाजियाबाद

जिले में सरकारी चिकित्सकों का अभाव है, लेकिन फिर भी नौकरी से परेशान होकर कई चिकित्सक त्यागपत्र देकर जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में पता चला है कि पिछले दो साल में 21 चिकित्सक नौकरी छोड़कर जा चुके हैं। एक दर्जन सेवानिवृत्त हो गए हैं। पिछले दो महीने में ही तीन चिकित्सकों ने त्याग पत्र दिया है। पद खाली होने के बाद नए चिकित्सकों की तैनाती के लिए सीएमओ स्तर से शासन को लगातार पत्र भेजे जा रहे हैं। जिला एमएमजी अस्पताल, संयुक्त अस्पताल और महिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते मरीजों को पर्याप्त इलाज नहीं मिल पा रहा है। गंभीर मरीजों को रेफर करना पड़ रहा है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के कुल 1098 विभिन्न पदों के सापेक्ष 277 खाली पड़े हैं। इनमें 65 विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद भी खाली हैं। जिला एमएमजी, संयुक्त अस्पताल और महिला चिकित्सालय के अलावा जिले में चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 66 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। 50 स्वास्थ्य केंद्र शहरी क्षेत्र में हैं। 116 उपकेंद्र भी संचालित हैं। स्टाफ नर्स के 210 पदों के सापेक्ष 85 कार्यरत हैं। ऐसे में स्टाफ नर्स का काम एएनएम और आशाओं के हवाले है।

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पांच बजे बैठक बुलाने पर भेजा त्याग पत्र

नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजीव गार्डन लोनी की प्रभारी चिकित्सक ने सीएमओ को अपना त्याग पत्र भेजा है। पत्र में लिखा है कि नोडल द्वारा पांच बजे के बाद भी कई बार बैठक बुलाई जाती है। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने जांच के बाद त्याग पत्र पर विचार करने की बात कही है। इसके अलावा यूपीएचसी न्यू डिफेंस कालोनी के प्रभारी आशीष और कड़कड़ माडल की प्रभारी रिम्मी अग्रवाल ने भी नौकरी से त्याग पत्र दे दिया है। --------------

चिकित्सकों के पद एवं रिक्तियों का विवरण

चिकित्सक- विशेषज्ञ पद खाली

आडियालाजिस्ट 2 1

कंसल्टेंट मेडिसिन 6 6

डेंटल सर्जन 8 6

फिजिशियन 15 4

बाल रोग विशेषज्ञ 6 4

जिला स्वास्थ्य अधिकारी 121 22

स्त्री रोग विशेषज्ञ 8 2

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चिकित्सकों की कमी है। शासन को पत्र भेजकर मांग की गई है। एनएचएम के तहत चिकित्सकों की भर्ती पर विचार किया जा रहा है। आपदा के समय आइएमए का सहयोग लिया जाएगा।

- डा. भवतोष शंखधर, सीएमओ

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