छाती के किसी भी प्रकार के दर्द को हल्के में न लें: डॉ.मिश्रा
जागरण संवाददाता गाजियाबाद छाती के किसी भी हिस्से में होने वाले किसी भी प्रकार के दर्द को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। गैस का दर्द भी हृदय रोग का संकेत हो सकता है। दैनिक जागरण द्वारा सोमवार को कोलंबिया एशिया अस्पताल में आयोजित हेलो जागरण कार्यक्रम में यह बात लोगों के सवालों का जवाब देते हुए हृदय रोग विशेषज्ञ युगल किशोर मिश्रा ने कहीं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: छाती के किसी भी हिस्से में होने वाले किसी भी प्रकार के दर्द को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। गैस का दर्द भी हृदय रोग का संकेत हो सकता है। दैनिक जागरण द्वारा सोमवार को कोलंबिया एशिया अस्पताल में आयोजित हेलो जागरण कार्यक्रम में यह बात लोगों के सवालों का जवाब देते हुए हृदय रोग विशेषज्ञ युगल किशोर मिश्रा ने कहीं। उन्होंने कहा कि छाती में दर्द होने पर खुद ही उसे गैस का दर्द मानकर दवा लेना गलत है। यह जानलेवा हो सकता है। ईसीजी, कोलस्ट्राल व टीएमटी जांच कराना अनिवार्य है। डॉ.भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोनाकाल में हृदय रोगियों को अनिवार्य रूप से वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी चाहिए। डॉ.अभिषेक सिंह ने लोगों को सलाह दी है कि दिनचर्या व खान-पान बेहतर रखने के साथ हृदय रोगों से बचाव के लिए नियमित योग करना जरूरी है। दो घंटे तक चले इस कार्यक्रम में दिल्ली, गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों लोगों ने हृदय रोगों से संबंधित सवाल पूछे। कई मरीजों ने तो चिकित्सकों को अपनी जांच रिपोर्ट तक वाट्सएप पर भेजकर सलाह ली। इस दौरान अस्पताल के मार्केटिग मैनेजर मनोज शर्मा भी उपस्थित रहे।
सवाल- हृदय को मजबूत रखने के लिए क्या करना चाहिए?
- आरपी निर्मल, 70 वर्ष, इंदिरापुरम
जवाब- नियमित योग करें। तला-भुना खाने से बचें। सांस लेने में परेशानी होने पर चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। सवाल- तेज चलने व सीढि़यां चढ़ने पर सांस फूलती है। पसीने आने लगते है। क्या करना चाहिए?
-राजीव सिंह, 61 वर्ष, संजयनगर
जवाब-हृदय रोग के लक्षण हो सकते हैं। पुष्टि के लिए ईसीजी, कोलस्ट्राल और टीएमटी जांच कराना जरूरी है। पूरे शरीर की जांच कराना और बेहतर होगा। तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। सवाल- सोते समय करवट लेने पर छाती में दर्द होता है। यह क्या हो सकता है?
-विकास चौधरी, 32 वर्ष, फरीदाबाद
जवाब-कभी-कभी दर्द होना आम बात हो सकती है, लेकिन बार-बार और रोज ऐसा होने पर चिकित्सक से संपर्क करना जरूरी है। हृदय रोगों की पुष्टि के लिए चिकित्सक की सलाह पर जांच कराना होगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही दवाएं शुरू होंगी। सवाल- वर्ष 2013 में स्टंट डलवाया था, फिर भी सांस लेने में परेशानी होती है?
-भगवान सिंह, 71 वर्ष, खोड़ा कालोनी
जवाब-पूरी रिपोर्ट के साथ चिकित्सक से मिलने पर ही साफ होगा कि स्टंट ठीक से काम करे रहे हैं अथवा नहीं। स्टंट डालने की सीडी को देखना भी जरूरी होगा। दवाएं बंद न करें और चिकित्सक से तुरंत संपर्क कर लें। सवाल- दिन में कम लेकिन रात को छाती में दर्द होता है। क्या करना चाहिए?
-उत्तमदास, 62 वर्ष, राजेंद्र नगर
जवाब-चिकित्सक से संपर्क करते हुए तुरंत ईसीजी कराएं। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट पता न लगने पर कोलस्ट्राल और टीएमटी जांच कराना होगा। सवाल- सिर और छाती में दर्द होता है। बिना दवा लिए ठीक भी हो जाता है। क्या करना चाहिए?
-संजय कसाना, 42 वर्ष, भोपुरा
जवाब-हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलकर जरूरी जांच करानी होंगी। इसके साथ ही खान-पान व दिनचर्या को ठीक रखना होगा। नियमित योग करें। जांच रिपोर्ट आने पर इलाज शुरू होगा। घबराने की जरूरत नहीं है। सवाल-हृदय रोगी हूं। वैक्सीन लगवाने को लेकर क्या राय है?
- विनोद, 55 वर्ष, लोनी बार्डर
जवाब- 50 से अधिक उम्र और हृदय रोग से पीड़ित हैं, तो भी तुरंत वैक्सीन लगवाएं। कोरोना से बचाव के लिए प्रत्येक हृदय रोगी को अनिवार्य रूप से वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी चाहिए। वैक्सीन को लेकर भ्रामक बातों पर कतई ध्यान न दें। सवाल-दो साल पहले बाइपास सर्जरी कराई थी। सांस लेने में परेशानी हो रही है। क्या करना चाहिए?
- बिमलेश, 71 वर्ष, लोहिया नगर
जवाब-बाइपास सर्जरी करने वाले चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें अथवा पूरी रिपोर्ट के साथ किसी अन्य हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलकर परामर्श लें। खान-पान बेहतर रखने के साथ भरपूर नींद जरूरी है। सवाल- छाती और सिर में दर्द रहता है। उल्टी आती है। चक्कर भी आते हैं। पेट में गैस बनती है। क्या करना चाहिए?
- कमलेश, 47 वर्ष, सादोपुर
जवाब-चिकित्सक से संपर्क करने के बाद ही पता चलेगा कि बीमारी क्या है। कई बार तनाव व दिनचर्या खराब होने से ऐसी परेशानी होने लगती है। चिकित्सक की सलाह पर जरूरी जांच के बाद ही इलाज शुरू होगा। सवाल-पैदल चलते समय सांस फूलती है व चक्कर आते हैं। क्या करना चाहिए?
- रामकुंवर, 80 वर्ष, नेहरूनगर
जवाब-उम्र के हिसाब से हृदय रोग के लक्षण हो सकते हैं। ईसीजी जांच में पता चल सकता है। चिकित्सक की सलाह तुरंत लेना जरूरी है। सवाल-तेज चलने पर सांस फूलती है। क्या करना चाहिए?
-ओमेंद्र खटाना, 55 वर्ष, खटाना दादरी
जवाब-कमजोरी की वजह से भी सांस फूलने लगती है। चिकित्सक से संपर्क करने पर ही पता चलेगा। नियमित योग करना चाहिए। सवाल-कोरोनाकाल में हृदय रोगों से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
- सचिन तोमर, 35 वर्ष, इंदिरापुरम
जवाब-साल में एक बार चिकित्सक की सलाह पर पूरे शरीर की जांच कराना बेहतर होगा। कोलस्ट्राल, टीएमटी, इको जांच बहुत जरूरी है। सवाल-हृदय रोगी हूं। कोरोना से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
-पीसी शर्मा, 85 वर्ष, गोल्फ लिक
जवाब-नियमित दवा खाएं। योग करें व वैक्सीन जरूर लगवा लें। भीड़ से बचकर रहें। मास्क जरूर लगाएं। सवाल- पैर और सिर भारी रहते हैं। पैदल चलने पर थकान होती है। क्या करना चाहिए?
- मंडल, 71 वर्ष, वैशाली
जवाब-पैरों की नसों का अल्ट्रासाउंड कराना होगा। हृदयरोग से जुड़ी कुछ जांच कराने पर ही स्पष्ट होगा कि बीमारी कौन-सी है। इसके लिए चिकित्सक से संपर्क करना होगा।