सिर्फ 20 दिन की सतर्कता से हारेगा डेंगू : सीएमओ

कोरोना महामारी के बीच जिले में डेंगू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। विगत छह साल का रिकार्ड तोड़ते हुए मरीजों की संख्या 634 पर पहुंच गई है। पाश इलाकों के साथ ही गांवों में भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में रोज बुखार के एक हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे में डेंगू से बचाव एवं रोकथाम को लेकर सावधानी बेहद जरूरी है। अगले 20 दिन की सतर्कता से डेंगू को हराया जा सकता है। दैनिक जागरण के संवाददाता मदन पांचाल ने सीएमओ डा.भवतोष शंखधर से डेंगू को लेकर विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत हैं कुछ अंश

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 05:58 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 05:58 PM (IST)
सिर्फ 20 दिन की सतर्कता से हारेगा डेंगू : सीएमओ
सिर्फ 20 दिन की सतर्कता से हारेगा डेंगू : सीएमओ

कोरोना महामारी के बीच जिले में डेंगू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। विगत छह साल का रिकार्ड तोड़ते हुए मरीजों की संख्या 634 पर पहुंच गई है। पाश इलाकों के साथ ही गांवों में भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में रोज बुखार के एक हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे में डेंगू से बचाव एवं रोकथाम को लेकर सावधानी बेहद जरूरी है। अगले 20 दिन की सतर्कता से डेंगू को हराया जा सकता है। दैनिक जागरण के संवाददाता मदन पांचाल ने सीएमओ डा.भवतोष शंखधर से डेंगू को लेकर विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत हैं कुछ अंश:

सवाल-डेंगू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। रोकथाम को लेकर विभाग क्या कर रहा है? जवाब- दशहरा से दीपावली के बीच का मौसम डेंगू एडीज मादा मच्छर के अनुकूल होता है। जलभराव और कूलर, गमले, कबाड़ में भरे पानी में यह मच्छर पनपता है। मलेरिया विभाग की 50 टीम शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू का लार्वा ट्रेस करने के साथ ही एंटी लार्वा का छिड़काव कर रही हैं। सिविल डिफेंस, आरडब्ल्यूए, पार्षद और स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से क्षेत्रों में सतर्कता अभियान चलाकर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत घर-घर जाकर बुखार के मरीजों को ट्रेस किया जा रहा है। सवाल-बुखार होते ही क्या डेंगू की जांच करानी चाहिए ? जवाब- नहीं। 105 डिग्री सेंटिग्रेड तक लगातार बुखार होने पर तीसरे दिन डेंगू की जांच जरूर करानी चाहिए। बुखार होने के तुरंत बाद डेंगू की जांच कराने पर रिपोर्ट सामान्य आने की संभावना रहती है। डेंगू से बचाव के लिए पांच जांच जरूरी हैं। इनमें कंपलीट ब्लड काउंट (सीबीसी), टोटल लीकोसाइटस काउंट (टीएलसी), टाइफाइड, मलेरिया और डेंगू शामिल हैं। जिला अस्पताल में सभी जांच निश्शुल्क होती है। सवाल-निजी अस्पतालों द्वारा विभाग को डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट नियमित नहीं दी जा रही है। ऐसे में क्या कार्रवाई हुई और आगे कार्रवाई की क्या तैयारी है? जवाब- तीन सौ से अधिक निजी अस्पतालों को आइएमए के माध्यम से नोटिस जारी कर डेंगू बुखार के पुष्ट रोगियों की सूचना रोज मांगी गई है। कुछ अस्पतालों द्वारा नियमित सूची नहीं दी जा रही है। ऐसे अस्पतालों को चिह्नित कर लाइसेंस निरस्तीकरण पर विचार हो रहा है। कुछ पैथालाजी लैब द्वारा भी मनमानी जांच शुल्क वसूले जाने की शिकायतें मिली हैं। इनके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है। सवाल- बुखार होने पर प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं। जांच में डेंगू नेगेटिव है। ऐसे में क्या करना चाहिए? जवाब- कोरोना, डेंगू, मलेरिया, बुखार, वायरल आदि केवल उन्हीं पर प्रभावी होते हैं, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। एक दिन के बुखार में ही 50 से 70 हजार तक प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं हैं। जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। घर पर रहकर चिकित्सक की सलाह से इलाज शुरू कर दें। सुपाच्य एवं पौष्टिक आहार का सेवन करें। खाने में पेय पदार्थ बढ़ा दें। जूस, नारियल पानी, नीबू शिकंजी और ओआरएस का घोल रोज ले सकते हैं। बाहर के खाद्य पदार्थों का सेवन बिल्कुल न करें। खिचड़ी, दलिया, अंकुरित दाल, चने खाएं। हल्का खाना लेना बेहतर है। पानी अधिक से अधिक पीयें। सवाल- डेंगू से बचाव को लेकर क्या करना चाहिए?

जवाब- अगले 20 दिन सतर्क रहने की जरूरत है। दीपावली के आसपास मौसम ठंडा होने पर मच्छर मरने लगेंगे। नगर निकायों के साथ मिलकर नियमित फागिग कराई जा रही है। घर में और आसपास जलभराव न होने दें। बुखार होने पर घबराएं नहीं। साफ-सफाई पर ध्यान दें। सुबह से शाम तक शरीर को ढंककर रखें। सवाल- मलेरिया और डेंगू की जांच कहां-कहां हो रही है?

जवाब- जिला एमएमजी, संयुक्त अस्पताल, महिला अस्पताल, सीएचसी लोनी, डासना, मोदीनगर, मुरादनगर के अलावा शहरी और देहात क्षेत्रों के 72 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सैंपल दिए जा सकते हैं। जांच रिपोर्ट पांच घंटे में आ रही है। स्वास्थ्य केंद्रों पर भी सैंपल दे सकते हैं। आइडीएसपी स्थित जिला पैथालाजी लैब में मलेरिया और डेंगू की जांच 24 घंटे निश्शुल्क की जा रही है।

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डेंगू के लक्षण को सात तरीकों से पहचानें

सिर दर्द, मन का मिचलाना, उल्टी होना, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द होना, मांसपेशियों में सूजन और त्वचा पर लाल चकत्ते।

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क्या करें

- बर्तनों को ढंककर रखें।

- मच्छरदानी में ही सोएं।

- एडीज मच्छर दिन में काटता है। पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनें।

- डेंगू बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। इसलिए डेगू के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

- मच्छरों से बचाव के लिए खिड़की व दरवाजों पर जाली लगाएं।

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क्या न करें

-घर के आसपास, कूलर एवं बर्तनों में पानी जमा न होने दें।

-बुखार होने पर उसे नजरअंदाज न करें।

-शाम को दरवाजे एवं खिड़की खुला करके न रखें।

-कबाड़ की वस्तुओं को घर में न रखें।

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बुखार होने पर यहां फोन करें

डा.आरके गुप्ता, जिला सर्विलांस अधिकारी, 8090002018

डा. ज्ञानेंद्र मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी, 9810354002

डा. अनुराग भार्गव, सीएमएस, जिला एमएमजी अस्पताल, 9958730038

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