डेंगू से ठीक होने के बाद सता रहा त्वचा रोग: डा.भावुक मित्तल

जागरण संवाददाता गाजियाबाद जिले में डेंगू के मरीजों का 20 साल का रिकार्ड टूटने वाला है। अब से पहले वर्ष 2016 में 621 मरीज मिले थे और अब तक 603 मिल चुके हैं। पड़ताल में पता चला है कि इस बार प्लेटलेट्स गिरने की बजाय तेज बुखार सता रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 08:36 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 08:36 PM (IST)
डेंगू से ठीक होने के बाद सता रहा त्वचा रोग: डा.भावुक मित्तल
डेंगू से ठीक होने के बाद सता रहा त्वचा रोग: डा.भावुक मित्तल

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: जिले में डेंगू के मरीजों का 20 साल का रिकार्ड टूटने वाला है। अब से पहले वर्ष 2016 में 621 मरीज मिले थे और अब तक 603 मिल चुके हैं। पड़ताल में पता चला है कि इस बार प्लेटलेट्स गिरने की बजाय तेज बुखार सता रहा है। तेज बुखार की वजह मरीज के शरीर में कमजोरी आ रही है। गांव और शहर के लोगों के साथ ही पुलिस के नए जवानों की भी हालत भी पतली हो रही है। वहीं 20 से अधिक जवानों को डेंगू होने पर अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। चिकित्सक, फार्मासिस्ट और स्टाफ नर्स भी डेंगू की वजह से बेहद परेशान हैं। बुखार सात से दस दिन बाद कम हो रहा है। त्वचा पर लाल चकत्ते खुजली बढ़ा रहे हैं।

त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. भावुक मित्तल ने बताया कि डेंगू से उबरने वाले लोग त्वचा रोगों की चपेट में आ रहे हैं। ओपीडी में रोज ऐसे 20 मरीज आ रहे हैं। किसी की पीठ पर तो किसी के पैरों में लाल चकत्ते पड़ रहे हैं। डेंगू होने पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो जाती है। ऐसे में शरीर पर लाल निशान होने पर खुजली होने लगती है। वहीं 20 से 30 दिन में नियमित दवा लेने और खानपान पर ध्यान देने से निशान ठीक हो जाते हैं। उनकी सलाह है कि डेंगू और शरीर पर लाल निशान पड़ने पर पानी अधिक पीएं। फलों का सेवन बढ़ा दें। नारियल पानी, जूस, नीबू पानी, ओआरएस घोल और दूध की मात्रा बढ़ा दें। धूप में निकलने से बचें। नंबर गेम

- 603 में गंभीर मरीजों की संख्या 365 रही है।

- 300 से अधिक त्वचा रोगी मरीज बुखार के बाद रोज ओपीडी में पहुंच रहे हैं।

- 62 गंभीर मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

वर्जन..

104 से 105 डिग्री सेंटीग्रेड तक दो दिन बुखार रहा। जांच कराने पर डेंगू पाजिटिव आया। अस्पताल में भर्ती होने पर शरीर पर लाल निशान पड़ गए। खुजली ने परेशान किया तो त्वचा रोग विशेषज्ञ की परामर्श पर दवा लेने से निशान ठीक हो गए हैं।

- इशिका, स्टाफ नर्स।

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इमरजेंसी में ड्यूटी के दौरान बुखार हो गया। 105 डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे बुखार नहीं रहा। मेमोरी कमजोर होने पर बड़बड़ाने लगा। जांच कराने पर डेंगू की पुष्टि हुई। अस्पताल में भर्ती रहने पर ठीक हो गया।

-बाराती लाल,फार्मासिस्ट जिला एमएमजी अस्पताल।

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