22 हजार रिक्त पदों को 69 हजार शिक्षक भर्ती में जोड़ने की मांग

जासं गाजियाबाद शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद चयनित नह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:18 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:18 PM (IST)
22 हजार रिक्त पदों को 69 हजार शिक्षक भर्ती में जोड़ने की मांग
22 हजार रिक्त पदों को 69 हजार शिक्षक भर्ती में जोड़ने की मांग

जासं, गाजियाबाद : शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद चयनित नहीं हो सके अभ्यर्थियों ने रिक्त पदों पर भर्ती के लिए मुहिम शुरू कर दी है। बेरोजगार योग्य शिक्षक अभ्यर्थियों की ओर से लगातार 22 हजार रिक्त पदों को 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में जोड़ने की मांग की जा रही है। मामले को लेकर अभ्यर्थी आनलाइन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

कौशांबी की रहने वाली आरती ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में यूपी में एक लाख 37 हजार योग्य शिक्षकों को दो भर्ती में भरने का आदेश दिया था। इसके पालन के लिए सरकार ने 68,500 और 69,000 दो भर्ती निकालीं। जिसमें पहली भर्ती में केवल बीटीसी और शिक्षामित्र ही शामिल थे। भर्ती में सरकार ने 150 अंक की परीक्षा में पास होने के लिए अनिवार्य अंक 67/60 निर्धारित किए। जिसमें करीब 41 हजार अभ्यर्थी ही पास हो गए। करीब 26,000 से ज्यादा पद खाली रह गए। दूसरी 69,000 भर्ती में एनसीटीई ने प्राथमिक के लिए बीएड को मान्य कर दिया। भर्ती में पास होने के लिए 90/97 अंक निर्धारित कर दिए। यहां करीब एक लाख 46 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में पास हुए। परीक्षा कराने वाली संस्था ने एकेडमिक मेरिट अंकों में तीन अंक और जोड़ दिए। जिसकी वजह से जो पहले फेल हुए थे वह भी पास हो गए। वहीं सीके शुक्ला ने बताया कि जिन्होंने 15 साल पहले पढ़ाई की है उनके एकेडमिक अंक अब के मुकाबले नहीं है। पुरानी और अब मार्किग प्रणाली में काफी असमानता है। ऐसे में सरकार द्वारा मुफ्त के तीन अंक देना कम एकेडमिक अंक वालों को भर्ती से बाहर कर देना है। इसके अलावा वसुंधरा की रहने वाली सीमा चौधरी ने कहा कि जब पहली भर्ती में 26,000 सीट खाली रह गई थी तो सरकार का कहना था कि यहां योग्यता की कमी है। लेकिन इस बार तो सभी योग्यता के पैमाने को कई बार पार कर आए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 137500 लाख पदों को दो भर्ती में भरने का आदेश दिया था तो इन भर्ती में शेष पद अगली भर्ती में क्यों? सरकार के अनुसार है उत्तर प्रदेश में शिक्षकों के करीब 2 लाख 50 हजार पद खाली है तो फिर इन 26,000 खाली पदों के अलावा भी और बहुत सारे पद सरकार के पास है जिसपर सरकार नई भर्ती कर सकती है। सरकार से मांग है कि रिक्त पदों को 69,000 भर्ती में जोड़ा जाए। मामले में जिले के हजारों अभ्यर्थियों की ओर से आनलाइन प्रदर्शन किया जा रहा है।

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