डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से 2.55 लाख निकाले

वैशाली सेक्टर-4 निवासी एक व्यक्ति के डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर साइबर ठगों ने 2.55 लाख रुपये निकाल लिए। वहीं, कौशांबी निवासी एक महिला के खाते से भी साइबर ठगों ने 50 हजार रुपये निकाले। पीड़ितों का डेबिट कार्ड उनके पास था। पीड़ितों ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 09:14 PM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 09:14 PM (IST)
डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से 2.55 लाख निकाले
डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से 2.55 लाख निकाले

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

वैशाली सेक्टर-4 निवासी एक व्यक्ति के डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर साइबर ठगों ने 2.55 लाख रुपये निकाल लिए। कौशांबी निवासी एक महिला के खाते से भी साइबर ठगों ने 50 हजार रुपये निकाले। पीड़ितों का डेबिट कार्ड उनके पास था। पीड़ितों ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

वैशाली सेक्टर-4 निवासी कुलदीप मुंबई की एक कंपनी में कार्यरत हैं। साइबर ठगों ने उनके डेबिट कार्ड का क्लोन तैयार कर उनके खाते से पांच बार में 2.55 लाख रुपये निकाल लिए। पीड़ित ने बैंक में शिकायत की, मामले की जांच हुई तो पता चला कि गाजियाबाद के अलग-अलग स्थानों पर डेबिट कार्ड स्वाइप कर खाते से रुपये निकाले गए हैं। उनकी शिकायत पर इंदिरापुरम पुलिस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी है। पीड़ित का कहना है कि बैंक अधिकारियों ने एक महीने के अंदर रुपये वापस कराने का आश्वासन दिया है।

दूसरी ओर कौशांबी स्थित हिमगिरी सोसायटी निवासी मोनिका श्रीवास्तव के खाते से मंगलवार रात साइबर ठगों ने 50 हजार रुपये निकल गए, जबकि उनका डेबिट कार्ड उनके पास था। मोनिका ने बताया कि 17 दिसंबर को उन्होंने कौशांबी में ही एक पार्किग में कार्ड से 150 रुपये का भुगतान किया था। उन्होंने बैंक शाखा और इंदिरापुरम थाने में मामले की शिकायत दी है। इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक नजीर अली खान का कहना है कि दोनों मामलों की जांच की जा रही है।

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कैसे करते हैं कार्ड क्लोन:

साइबर ठग एटीम मशीन में एक स्कीमर लगा देते हैं, जो डेबिट कार्ड को स्वाइप करने के दौरान डाटा चुरा लेता है। साथ ही ठग एटीएम मशीन के नंबरों वाले पैड के ऊपर एक कैमरा लगा देते हैं। जब डेबिट कार्ड का पिन नंबर डाला जाता है, तो कैमरे में पिन नंबर कैद हो जाता है। इसके बाद साइबर ठग कंप्यूटर के जरिए खाली कार्ड पर डाटा डालकर दूसरा क्लोन कार्ड तैयार कर लेते हैं। वहीं इंटरनेट पर कुछ फर्जी साइटें भी खरीदारी के दौरान डेबिट कार्ड की गुप्त जानकारी चुराकर साइबर ठगों को बेच देते हैं। इससे भी साइबर ठग कार्ड क्लोन तैयार कर लेते हैं।

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बरतें सवाधानी :

- जिस एटीएम मशीन पर सुरक्षा गार्ड तैनात हो वहां से रुपये निकालें

- मशीन में पिन नंबर डालते समय ऊपर से दूसरा हाथ लगा ले, जिससे किसी कैमरे में नंबर न कैद हो

- खाते से रुपये निकालने की सीमा कम रखें, एसएमएस अलर्ट जरूर लगाएं

- किसी को भी अपने डेबिट कार्ड की कोई जानकारी न दें

- किसी भी तरह से खाते से गलत ट्रांजेक्शन होने पर तुरंत बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क करें

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