सर्वार्थ सिद्धि व वर्धमान योग में होगा कार्तिक पूर्णिमा का स्नान: आचार्य अर्चना

संवाद सहयोगी लोनी कार्तिक पूर्णिमा का स्नान सर्वार्थ सिद्धि और वर्धमान योग में होगा। यह योग 29 नव

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 07:26 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 07:26 PM (IST)
सर्वार्थ सिद्धि व वर्धमान योग में होगा कार्तिक पूर्णिमा का स्नान: आचार्य अर्चना
सर्वार्थ सिद्धि व वर्धमान योग में होगा कार्तिक पूर्णिमा का स्नान: आचार्य अर्चना

संवाद सहयोगी, लोनी: कार्तिक पूर्णिमा का स्नान सर्वार्थ सिद्धि और वर्धमान योग में होगा। यह योग 29 नवंबर को दोपहर 12:47 से प्रारंभ होकर 30 नवंबर को दोपहर 2:59 तक रहेगा। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का काफी महत्व है। इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैैं। आचार्य अर्चना अरोड़ा बताती हैं कि इसको ज्योतिष दृष्टि कोण से खास माना गया है। इस दिन चंद्रमा बलि होता है। यदि किसी की जन्मकुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो वह उपाय कर चंद्रमा को मजबूत कर सकता है। मान्यता है कि त्रिपुरासुर नामक दैत्य ने स्वर्ग लोक पर अधिकार जमा लिया था। कार्तिक पूर्णिमा के दिन महादेव ने प्रदोष काल में अर्धनारीश्वर के रूप में त्रिपुरासुर का अंत किया था। इस दिन गंगा स्नान, दान करने से पुण्य प्राप्त होता है। आचार्या बताती हैं कि कार्तिक पूर्णिमा पर उपाय करने से मनुष्य के जीवन के दुख समाप्त हो जाते हैं। इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा, हवन कराकर ब्राहम्णों को भोजन कराने से कष्टों से मुक्ति मिलती है। लोगों को इस दिन बाल कटवाने, पेड़ काटने, पशुवध से बचना चाहिए।

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