दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बनेगा ऑटोमैटिक टोल प्लाजा

मदन पांचाल गाजियाबाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर ऑटोमैटिक टोल प्लाजा बनाया जा रहा है। यह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 09:30 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 09:30 PM (IST)
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बनेगा ऑटोमैटिक टोल प्लाजा
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बनेगा ऑटोमैटिक टोल प्लाजा

मदन पांचाल, गाजियाबाद : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर ऑटोमैटिक टोल प्लाजा बनाया जा रहा है। यह सिर्फ कैमरों और कंप्यूटरों से संचालित होगा। नंबर प्लेट को स्कैन करने पर टोल टैक्स लिया जाएगा। फास्टैग की तरह नंबर प्लेट पर एक चिप लगाई जाएगी। हाल ही में दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के पास इस सिस्टम का सफल ट्रायल किया गया है। सौ कैमरे लगाए जाएंगे

एक्सप्रेस-वे नजर रखने के लिए लगाए गए कैमरों का ही ऑटोमैटिक टोल टैक्स वसूली के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा। यह ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) सिस्टम पर आधारित होगा। निजामुद्दीन से यूपी गेट तक 15 कैमरे लगा दिए गए हैं। यूपी गेट से डासना तक 40, डासना से मेरठ तक 25 और डासना से हापुड़ तक 20 कैमरे लगाए जाएंगे। ईस्टर्न पेरिफेरल के लिए सुंदरदीप के पास बनाए गए मास्टर कंट्रोल रूम से इस कंट्रोल रूम को कनेक्ट किया जाएगा। इस टोल प्लाजा पर बनाए जा रहे कंट्रोल रूम को ईस्टर्न-पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर बनाए गए मास्टर कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जाएगा। नंबर प्लेट को आगे-पीछे ही नहीं साइड से भी तीन सौ से पांच सौ मीटर दूर से ही कैमरे तस्वीर खीचेंगे। ----

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर संभवत : देश का पहला ऑटोमैटिक टोल प्लाजा बनाया जा रहा है। नंबर प्लेट स्कैनिग सिस्टम के जरिये टोल टैक्स लिया जाएगा। इसके लिए आरसी रजिस्ट्रेशन की तरह वाहनों की नंबर प्लेट का भी ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। वाहन नंबर को ऑनलाइन पंजीकरण कैसे कराया जाए, इस पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय स्तर पर बातचीत चल रही है। वाहनों की नंबर प्लेट का ऑनलाइन पंजीकरण एनएचएआइ से लिक हो जाएगा। वाहन स्वामियों का इस लिक से अपने किसी एकाउंट को लिक करना होगा, जैसे बैंक खाता, वालेट । नंबर प्लेट पर लगाने के लिए फास्टैग की तरह एक चिप जारी कर दी जाएगी। शुरू में कैश, फास्टैग के साथ ही नंबर प्लेट स्कैनिग सिस्टम के जरिये टोल लिया जाएगा। योजना है कि बाद में सिर्फ नंबर प्लेट स्कैनिग सिस्टम के जरिए ही टोल लिया जाएगा । चूंकि वाहन स्वामी का एकाउंट में वालेट या बैंक से जुड़ा होगा, इसलिए किसी तरह की साइबर क्राइम की आशंका न रहे, इसके लिए मुकम्मल व्यवस्था की जाएगी।

- मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ

टोल प्लाजा की खूबियां

- हर पांच सौ मीटर की दूरी पर लगेगा कैमरा

- सीधी,टेढ़ी-मेढ़ी,आगे-पीछे और टूटी-फूटी नंबर प्लेट भी होगी स्कैन

- वाहन नंबर को आरसी की तरह एनएचएआइ से कराना होगा लिक

-निजामुद्दीन से मेरठ के बीच एक ही होगा टोल प्लाजा

chat bot
आपका साथी