कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने के एक महीने बाद ही लगवा सकते हैं टीका

अप्रैल 2020 के बाद अप्रैल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। वायरस में बदलाव है। इस ब

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:07 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 06:07 PM (IST)
कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने के एक महीने बाद ही लगवा सकते हैं टीका
कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने के एक महीने बाद ही लगवा सकते हैं टीका

अप्रैल 2020 के बाद अप्रैल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। वायरस में बदलाव है। इस बार आक्रामकता अधिक है। लक्षणों के साथ ही बिना लक्षण के भी लोग संक्रमित हो रहे हैं। चूंकि कोरोनारोधी टीका आ चुका है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए टीका कवच का काम कर रहा है। मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का पालन बहुत जरूरी है। कोरोना की नई लहर, टीके का असर एवं रिकवरी रेट को लेकर दैनिक जागरण के मदन पांचाल ने जिला सर्विलांस अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता से बातचीत की। प्रस्तुत हैं कुछ अंश..

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सवाल-क्या कोरोना संक्रमित व्यक्ति टीका लगवा सकता है?

जवाब- नहीं संक्रमित व्यक्ति कोरोनारोधी टीका नहीं लगवा सकता है। स्वस्थ होने के एक महीने बाद वह टीका लगवा सकता है। सवाल-टीका लगवाने के बाद कोरोना का कितना खतरा है?

जवाब- टीका लगवाने के बाद कोरोना का खतरा बहुत कम हो जाता है। देश दुनिया में अब तक बनाई गईं वैक्सीन 70 से 80 फीसद कारगर एवं प्रभावी रहीं हैं। कोरोना वैक्सीन भी सुरक्षित एवं असरदार है। टीका लगवाने के बाद दूसरी लहर में संक्रमित होने वाले लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं। 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण के तहत अब तक वैक्सीन की दो डोज लेने वाले अधिकांश लोगों पर कोरोना संक्रमण का मामूली असर हुआ है। सवाल-अभी जो कोरोना फैल रहा है, क्या यह नया स्ट्रेन है?

जवाब-मिल रहे संक्रमितों के सर्वे से पता चला है कि यह नया स्ट्रेन है। वायरस में बदलाव है। आरटी-पीसीआरजांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर लोग संक्रमित मिल रहे हैं। सीटी स्कैन जांच में फेफड़ों में गंभीर संक्रमण मिलने से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि नई लहर बेहद खतरनाक है। पहले आठ दस दिन तक संक्रमित को कुछ नहीं होता था, लेकिन अब तीन से चार दिन में संक्रमित की हालत गंभीर हो रही है। नई गाइडलाइन आने से ऐसे मरीजों को कोविड एवं नान कोविड दोनों अस्पतालों में अलग वार्ड में भर्ती करके इलाज किया जाएगा। नया स्ट्रेन आक्रामक है। रिकवरी रेट कम है। युवा एवं बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। सवाल-यह जान के लिहाज से कितना खतरनाक है?

जवाब-वायरस फेफड़ों पर सीधे अटैक कर रहा है। आक्सीजन स्तर नीचे गिरने से जान को खतरा है। लक्षण दिखने और क्लोज कांटेक्ट में आने पर खुद को होम आइसोलेट कर लें। कोविड से संबंधित दवाएं घर पर लेते रहे हैं। चेस्ट का सीटी स्कैन जरूर करवा लें। सवाल-टीका कब तक प्रभावी रहेगा, क्या एक साल बाद फिर टीका लगवाना पड़ेगा?

जवाब- केंद्र सरकार एवं डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के तहत फिलहाल टीका असरदार एवं सुरक्षित है। एक साल बाद फिर से टीका लगाए जाने को लेकर फिलहाल कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। टीका लगवाने के बाद शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। सवाल-टीका लगवाने के बाद हल्का कोरोना होने का खतरा पैदा होता है क्या ?

जवाब- बिल्कुल नहीं। वैक्सीन लगने के बाद शरीर में बदलाव आते हैं। बुखार आना स्वभाविक है। टीका लगने के बाद कोरोना संक्रमण का कतई खतरा नहीं है। केंद्र पर भीड़ से बचकर जाएं। मास्क न उतारें और दो गज की दूरी पर रहें। सवाल-परिवार में सिर्फ दो-तीन को टीका लगाया जा रहा है, बाकी को कोई खतरा है क्या?

जवाब- कोई खतरा नहीं है। 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पहले टीका लगाए जाने की वजह उनकी प्रतिरोधक क्षमता का कम होना है। शेष सदस्यों को आने वाले दिनों में टीका लगाया जा सकता है। शासन स्तर पर निर्णय होगा। सवाल-टीका लगवाने के बाद बदन में दर्द और बुखार हो तो कौन सी दवा लें?

जवाब- केवल पैरासिटामोल एवं क्रोसिन की गोली लेना उचित होगा।

सवाल- टीका न्यूनतम किस उम्र के लोगों को दिया जा सकता है?

जवाब- बच्चों को फिलहाल टीका लगाया जाना कोविड प्रोटोकाल के तहत सुरक्षित नहीं होगा। केंद्र सरकार एवं डब्ल्यूएचओ द्वारा इसको लेकर विचार किया जा रहा है। बीस वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाए जाने पर कोई निर्णय संभव होगा। सवाल-टीका लगवाने के बाद आम दिनों की तरह काम कर सकते हैं या आराम करने की जरूरत है?

जवाब- टीका लगवाने के बाद तीस मिनट तक चिकित्सकों की निगरानी में रहना जरूरी है। एक दिन का आराम करना जरूरी है। धूप में न रहें। तीसरे दिन से रूटिन वर्क कर सकते हैं। टीका लगवाने के बाद शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर कतई नहीं होती है। डरें नहीं और भ्रम से बचें। वैक्सीन जरूर लगवाएं।

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परिचय

राकेश कुमार गुप्ता

जन्म तिथि 19 सितंबर 1978

पिता का नाम- राजेंद्र कुमार गुप्ता

मां का नाम-उर्मिला देवी

पत्नी का नाम-डा. रेखा चौबे विज्ञानी (एम्स)

बेटी- सगुन गुप्ता

शिक्षा-मेडिकल कालेज झांसी से एमबीबीएस

वर्ष 2006 में पहली पोस्टिंग ओरैया में हुई। डिवीजन सर्विलांस अफसर लखनऊ रहे। एक साल से गाजियाबाद में पर्यवेक्षक के रूप में तैनात रहे। जनवरी 2021 से जिला सर्विलांस अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। मूल रूप से कानपुर के रहने वाले हैं।

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