अस्पताल के बाहर फुल का बोर्ड, अंदर दस बेड खाली

फोटो--600ए600बी -पीपीई किट पहनकर अस्पताल के कोरोना वार्ड में दाखिल हुए अधिकारी तो पकड़ में

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 11:42 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 11:42 PM (IST)
अस्पताल के बाहर फुल का बोर्ड, अंदर दस बेड खाली
अस्पताल के बाहर फुल का बोर्ड, अंदर दस बेड खाली

फोटो--600ए,600बी

-पीपीई किट पहनकर अस्पताल के कोरोना वार्ड में दाखिल हुए अधिकारी तो पकड़ में आया अस्पताल का झूठ

- ले क्रेस्ट अस्पताल का मामला, बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में भी मिली लापरवाही

जासं, गाजियाबाद: अस्पतालों में बेड न मिल पाने के कारण मरीजों की जान पर बन आ रही है। दूसरी तरफ निजी अस्पतालों में बेड खाली होने के बावजूद बाहर नो बेड अवेलेवल यानी कि अस्पताल में बेड खाली नहीं है का बोर्ड लगाया जा रहा है। रविवार को जिले के नोडल अधिकारी सैंथिल पाडियन के निर्देश पर जब जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ले क्रेस्ट अस्पताल के कोरोना वार्ड में प्रवेश किया तो यही मामला सामने आया। अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

अस्पताल प्रबंधन की बात पर शक तो अधिकारियों ने पहनी पीपीई किट: रविवार शाम को जब अस्पताल में औचक निरीक्षण के लिए अधिकारी पहुंचे तो उन्हें बाहर ही अस्पताल में बेड फुल होने की जानकारी मिली। इसके लिए रिसेपशन पर बोर्ड भी लगाया गया था। यह देख टीम ने आक्सीजन, रेमडेसिविर सहित अन्य संसाधनों का रिकार्ड चेक करने के लिए अस्पताल प्रबंधन से मागा तो वह इसमें देरी करने लगे। इस पर नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर को शक हुआ तो उन्होंने पीपीई किट मंगवा ली। उनके साथ टीम में मौजूद अपर जिलाधिकारी नगर शैलेंद्र कुमार सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, अपर नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने पीपीई किट पहनी और कोरोना वार्ड के अंदर दाखिल हो गए। यहा पर दस बेड खाली मिले हैं। बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण भी नियम के तहत नहीं किया जा रहा था। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की गई है। आक्सीजन आपूíत के नोडल अधिकारी बनाए गए नगर आयुक्त: नोडल अधिकारी सैंथिल पाडियन सी के निेर्देश पर जिले के अस्पतालों में आक्सीजन की आपूíत का नोडल अधिकारी नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर को बनाया गया है। नगर आयुक्त ने बताया कि निरीक्षण के दौरान पता चला कि अस्पताल में आक्सीजन की आपूíत समय पर कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि अन्य अस्पतालों में भी आक्सीजन की आपूíत को समय पर कराना सुनिश्चित कराया जाएगा। बनाए ये बहाने: अस्पताल में बेड खाली मिलने पर जब अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ की गई तो वह पहले कहने लगे कि अस्पताल के स्टाफ के लिए बेड रिजर्व में रखे गए हैं। जिससे की उनको बीमार होने पर उपचार के लिए भर्ती किया जा सके। इस पर सवाल उठे तो अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि महिलाओं के लिए आरक्षित बेड हैं। जबकि अस्पताल में दूसरे बेडों पर महिलाएं भर्ती थीं। टीम में शामिल अधिकारियों के सामने अस्पताल प्रबंधन के सारे बहाने धरे रह गए। बयान नोडल अधिकारी के निर्देश पर ले क्रेस्ट अस्पताल में औचक निरीक्षण किया गया। वहा पर दस बेड खाली मिले हैं। इसके अलावा भी लापरवाही मिली है, कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। खाली बेडों पर जरूरतमंद मरीजों को उपचार के लिए भर्ती करवाया जाएगा। जिससे की उनको उपचार में परेशानी न हो। - महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्त।

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