दवा संग फिजियोथेरेपी से कोरोना से उबरे

आयुष गंगवार गाजियाबाद कोरोना से जंग लड़ने वाले सैकड़ों मरीजों को फिजियोथेरेपी से राह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:14 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:14 PM (IST)
दवा संग फिजियोथेरेपी से कोरोना से उबरे
दवा संग फिजियोथेरेपी से कोरोना से उबरे

आयुष गंगवार, गाजियाबाद : कोरोना से जंग लड़ने वाले सैकड़ों मरीजों को फिजियोथेरेपी से राहत मिल रही है। दवा के साथ-साथ मरीजों को चिकित्सक अलग-अलग थेरेपी से बचा रहे हैं। कोविड अस्पताल में मरीजों के इलाज में जुटीं इंडियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेपिस्ट्स (आइएपी) के महिला संगठन की प्रदेश प्रमुख डॉ. श्रुति शर्मा ने बताया कि वह व उनके संगठन के अन्य फिजियोथेरेपिस्ट अभी तक ऐसे सैकड़ों मरीजों को ठीक कर चुके हैं । खुद को खतरे में डालकर कर रहीं इलाज

डॉ. श्रुति बताती हैं कि फेफड़ों तक वायरस का संक्रमण पहुंचने पर कोरोना मरीज की हालत गंभीर होती है। ऐसे मरीजों को आक्सीजन, आइसीयू या वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है। वायरस फेफड़ों तक पहुंचकर उन्हें ब्लाक कर देता है, जिस कारण आक्सीजन का स्तर गिर जाता है। ऐसे में सीने की थेरेपी (चेस्ट थेरेपी) देकर मरीज के फेफड़ों को खोलने की कोशिश करते हैं। ऐसा करने पर फेफड़ों से कफ भी निकलता है। इस प्रक्रिया के दौरान मरीज के मुंह से कफ बाहर आने के चलते थेरेपी दे रहे चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है। पीपीई किट समेत बचाव के सभी संसाधन के साथ मरीज को उल्टा लिटाकर थेरेपी देने से चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षित रहते हैं।

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आक्सीजन स्तर 75-78 से 91-93 तक पहुंचा

डॉ. श्रुति के मुताबिक लाइफ सपोर्ट वाले मरीजों को वाइब्रेटर की मदद से थेरेपी देनी होती है। इसके जरिये कई मरीजों की हालत में सुधार हुआ है और वे अब कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। डॉ. श्रुति ने बताया कि दवा के साथ फिजियोथेरेपी की मदद से ऐसे मरीजों का आक्सीजन स्तर 75-78 से 91-93 तक पहुंचा और वे अब स्वस्थ है। होम आइसोलेशन में भी लेटे-लेटे कोरोना मरीजों का शरीर अकड़ जाता है। इससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है और आक्सीजन का स्तर कम हो जाता है। इसीलिए होम आइसोलेशन वाले मरीजों को भी थेरेपी लेनी चाहिए। रक्त प्रवाह सुधरने पर आक्सीजन का स्तर भी सामान्य होता है।

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दवाओं के साथ फिजियोथेरेपी की मदद से मरीज ठीक हुए हैं, जो लाइफ सपोर्ट पर थे। होम आइसोलेशन वाले मरीज हमारे नंबरों पर काल कर निश्शुल्क परामर्श ले सकते हैं, जिससे वे संक्रमण से जल्दी मुक्त होंगे।

- डॉ. श्रुति शर्मा, प्रदेश प्रमुख, इंडियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेपिस्ट्स, उत्तर प्रदेश।

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