जिनके अपने फेर रहे मुंह, उनके लिए बेटे का फर्ज निभा रहे विनीत
विवेक त्यागी गाजियाबाद वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर जिले में हर दि
विवेक त्यागी, गाजियाबाद :
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर जिले में हर दिन काफी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। संक्रमण से मौत होने के कारण कई लोग अपनों के शव के मुंह फेर अंतिम संस्कार करने से भी गुरेज कर रहे हैं। इसके अलावा कई ऐसे भी हैं जो विदेशों में होने व देश में ही कई सौ किलोमीटर दूर होने के कारण अंतिम संस्कार करने नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में जिनके अपने मुंह फेर रहे हैं या किसी कारणवश अंतिम संस्कार करने नहीं आ रहे हैं। उनके लिए मोरटा गांव के रहने वाले विनीत त्यागी बेटे का फर्ज निभा रहे हैं।
दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी करने के बाद वह बकायदा अस्थियों का विसर्जन करने के साथ हवन, पूजन आदि भी कराते हैं। अभी तक वह कोरोना संक्रमित 12 ऐसे शवों का अंतिम संस्कार करा चुके हैं, जिनके अपनों ने मुंह फेर लिया था या मजबूरी के कारण उनके अपने अंतिम संस्कार नहीं कर सके थे। खुद की गाड़ी में रखकर ले जाते हैं शव
कोरोना संक्रमितों के शव को मोक्ष स्थल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस मिलने में तो समस्या है ही। साथ में जो एंबुलेंस वाले शव को ले जाने के लिए तैयार होते हैं। वह ज्यादा पैसों की मांग करते हैं। ऐसे में विनीत त्यागी खुद की गाड़ी में ही कोरोना संक्रमितों के शव को रखकर मोक्ष स्थल तक ले जाते हैं और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराते हैं। राजस्थान के बुजुर्ग को आइसोलेट कराकर कराया था उपचार
राजस्थान के रहने वाले बुजुर्ग अशोक करीब 15 दिन पूर्व विनीत त्यागी के पास पहुंचे। उन्हें बुखार था। जांच कराई तो वह कोरोना संक्रमित मिले। ऐसे में विनीत त्यागी ने बुजुर्ग अशोक को डॉक्टर की सलाह पर मोरटा स्थित अपने फार्म हाउस में आइसालेट कराया। उनकी खाने की व्यवस्था कराने के साथ डॉक्टर से उपचार और दवाई की व्यवस्था भी उन्होंने की, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद बृहस्पतिवार को बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। उनके स्वजन से संपर्क किया गया तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। ऐसे में विनीत त्यागी ने पुलिस को सूचित किया और उनके शव को अपनी गाड़ी में रखकर मोरटा स्थित मोक्ष दाह स्थल पर लेकर गए और उनका अंतिम संस्कार कराया।