गर्म रहेगा कूलर बाजार

जागरण संवाददाता गाजियाबाद कोरोना संकटकाल में गत वर्ष कूलर उद्योग को करोड़ों की चपत लग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 05:49 PM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 05:49 PM (IST)
गर्म रहेगा कूलर बाजार
गर्म रहेगा कूलर बाजार

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कोरोना संकटकाल में गत वर्ष कूलर उद्योग को करोड़ों की चपत लगी थी। इस बार गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ की कूलर मार्केट में रौनक दिखाई देने लगी है। गाजियाबाद का कूलर कारोबार करीब एक अरब रुपये का है। यहां छोटी-बड़ी 150 से अधिक इकाइयां हैं। आर्डर मिलने के साथ ही माल की आवाजाही शुरू हो चुकी है।

जिले में कूलर उत्पादन कर रही छोटी-बड़ी करीब 150 से अधिक इकाइयां हैं। यहां निर्मित कुछ कूलर ब्रांड देश भर में प्रसिद्ध हैं। जिले में निर्मित लोहा व प्लास्टिक कूलर प्रदेश के अन्य जिलों के अलावा दिल्ली, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों को कूलर की सप्लाई होने लगी है। वहीं, शहर के कूलर बाजार भी सज चुके हैं। कूलर उद्यमियों के मुताबिक जिले का सालाना कारोबार करीब दो अरब रुपये का है। फरवरी से ही आर्डर आना शुरू हो गए हैं। बेहतर बाजार की उम्मीद से उद्यमियों व कारोबारियों के चेहरे खिले हैं।

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कोरोना संकटकाल का बचा है स्टाक

मार्च 2020 में कोरोना संकटकाल के चलते लगे लाकडाउन से कूलर उद्योग धड़ाम हुआ था। उद्यमियों से लेकर कारोबारी तक करोड़ों रुपये के नुकसान में रहे। गत वर्ष तैयार 50 से 60 फीसदी स्टाक लाकडाउन के चलते गोदामों से बाहर नहीं निकल सका। लाकडाउन से राहत के बाद कुछ प्रतिशत माल की बिक्री हो सकी। इस बार बेहतर की उम्मीद के साथ ही बचा स्टाक व नया माल बाजार में आने लगा है।

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कोरोना संकट के बाद इस बार बाजार से काफी उम्मीद है। अभी तक शादी-विवाह के कोई मुहूर्त नहीं हैं, लेकिन अप्रैल से शुभ मुहूर्त शुरू हो रहे हैं। अप्रैल, मई व जून एक-एक माह में 20 से 25 साया और लगन हैं। गर्मी भी इस बार अधिक होगी, जिसके चलते कूलर की बिक्री भी बढ़ेगी। महंगाई की मार कूलर उद्योग पर भी पड़ी है। इस बार 20 से 25 फीसदी कूलर के दाम बढ़े हैं।

- संजीव गुप्ता, सीएमडी समरकूल

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कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कारोबारी फिर से डरा सहमा हुआ है। कहीं महाराष्ट्र और दिल्ली की तरह मामले बढ़े तो लाकडाउन की नौबत न आ जाए। पिछली बार के कोरोना संकट से तो अब तक उबर नहीं सके। इस बार ऐसा हुआ तो शायद ही कारोबार पटरी पर आए। इसके बीच उम्मीद है कि बाजार बेहतर होगा।

- गोपीचंद, व्यापारी नेता एवं कारोबारी

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हमारा माल जिले के अलावा प्रदेश के कानपुर, आगरा, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, मेरठ आदि जिलों में सप्लाई होता है। गर्मी शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी मांग में वह तेजी नहीं आई है। कोरोना संकट के दौरान गत वर्ष 25 से 30 प्रतिशत ही माल की सप्लाई हो सकी। काफी माल बचा हुआ है इस बार बाजार से बेहतर की उम्मीद है।

- अवध कंसल, कारोबारी

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