बिजली विभाग और बिल्डर के गठजोड़ के खिलाफ फूटा गुस्सा

जासं गाजियाबाद राजनगर एक्सटेंशन स्थित आफिसर सिटी टू के निवासियों ने रविवार को बिल्डर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:29 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:29 PM (IST)
बिजली विभाग और बिल्डर के गठजोड़ के खिलाफ फूटा गुस्सा
बिजली विभाग और बिल्डर के गठजोड़ के खिलाफ फूटा गुस्सा

जासं, गाजियाबाद :

राजनगर एक्सटेंशन स्थित आफिसर सिटी टू के निवासियों ने रविवार को बिल्डर कंपनी और बिजली विभाग पर गठजोड़ का आरोप लगाया है। स्थानीय निवासियों ने मेंटेनेंस के दफ्तर के बाहर बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया। आरोप है कि बिल्डर ने विभाग से 400 किलोवाट का कनेक्शन ले रखा है, जबकि सोसायटी में 1450 किलोवाट बिजली आपूर्ति हो रही है।

स्थानीय निवासी शेशन त्यागी, अनुराज नेहरा, अनिल कुमार वर्मा, मयंक अग्रवाल आदि ने बताया कि सोसायटी में 350 से अधिक परिवार रहते हैं। मेंटेनेंस विभाग प्रति वाट 115 रुपये व जीएसटी लगाकर महीनेवार फिक्स चार्ज लेता है। मेंटेनेंस कंपनी 1450 वाट का चार्ज वसूल करती है। जबकि बिजली विभाग को 400 वाट के पैसे देने पड़ते हैं। प्रतिमाह एक लाख 66 हजार 750 रुपये वसूले जा रहे है। बिजली विभाग को 66 हजार रुपये देने के बाद कंपनी के पास एक लाख 20 हजार रुपये बच जाते हैं। शिकायत के बाद भी बिजली विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। जेनरेटर से बिजली आपूर्ति पर 21 रुपये प्रति यूनिट चार्ज लिया जाता है। पैसे कमाने के लिए जेनरेटर को ज्यादा चलाया जाता है।

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बार-बार फुंक जाता है ट्रांसफार्मर

सोसायटी निवासियों ने बताया कि लोड अधिक होने के कारण जल्दी-जल्दी ट्रांसफार्मर फुंक जाता है। जेनरेटर का मेंटेनेंस समय पर नहीं होने पर वह भी ठीक से नहीं चलता है। हाल में 22 घंटे तक बिजली गुल रही थी। गर्म होने पर बार-बार जेनरेटर को बंद किया जाता है

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115 रुपये प्रति किलोवाट प्रतिमाह फिक्स चार्ज लिया जाता है। इसका बिजली विभाग के पास रिकार्ड होता है। जैसे-जैसे फ्लैट पर खरीदारों को कब्जा मिलता जाएगा तो लोड भी बढ़ा दिया जाएगा। जल्द ही हम इसका लोड बढ़वा देंगे। हाल में ही कुछ सोसायटी निवासियों ने जबरन जेनरेटर बंद कर दिया था। इससे दो लोगों की गर्मी से तबीयत बिगड़ गई थी। बिजली जाने पर ही जेनरेटर चलाते हैं।

- प्रवीन कुमार, एस्टेट मैनेजर, बिल्डर कंपनी

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