मां के साथ लहूलुहान हालत में थाने में दो घंटे तक खड़ा रहा फरियादी
पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय पीड़ितों को थाने से भगा दिया।
जासं, गाजियाबाद : लहूलुहान हालत में एक युवक अपनी मां के साथ मसूरी थाने में पहुंचा। युवक के सिर में गंभीर चोट थी, डंडा मारकर उसके आगे के दो दांत तोड़ दिए गए थे। मां-बेटे दो घंटे तक थाने में कार्रवाई की गुहार लगाते रहे। पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय पीड़ितों को थाने से भगा दिया। पीड़ित थाने के गेट पर खड़े होकर रोते रहे।
मसूरी निवासी बंटी अपनी मां जगवती देवी के साथ रहते हैं। वह मजदूरी कर अपनी मां की देख-रेख करते हैं। जगवती के मुताबिक, मंगलवार देर शाम को संपत्ति बंटवारे को लेकर बंटी के भाई ने उनपर जानलेवा हमला कर दिया है। पीड़ित ने 100 नंबर पर फोन कर दिया है। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी देकर चली आई। पुलिस से शिकायत करने पर आरोपित आक्रोशित हो गया। आरोपित ने बुधवार सुबह पीड़ित पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। बंटी गंभीर रूप से घायल हो गए। जब वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गए तो आरोपित ने उनके मुंह पर डंडा मारकर उसके आगे को दो दांत तोड़ दिए। उनके मुंह और सर से खून बह रहा था। बुधवार दोपहर जगवती अपने बेटे को लेकर मसूरी थाने पहुंची। पीड़ितों के साथ कोई रसूखदार या सफेदफोश व्यक्ति नहीं था। जिस कारण पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की। एफआइआर दर्ज कराने के लिए पीड़ित के हाथ में सफेद कागज था। जगवती का आरोप है कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय उनके कागज को छीनकर फेंक दिया। वह थाने के गेट पर दो घंटे तक रोते रहे। इस दौरान अन्य फरियादियों ने उन्हें एसएसपी से शिकायत करने की सलाह दी। दो घंटे तक थाने में गिड़गिड़ाने और रोने के बाद वह बिना कार्रवाई के ही वापस लौट गए।
दफ्तर में मौजूद थे एसएचओ
जिस समय फरियादी को थाने से भगाया जा रहा था, उस समय एसएचओ उमेश पंवार अपने दफ्तर में बैठे हुए थे, लेकिन किसी पुलिस वाले को पीड़ित मां की आंखों में आंसू देखकर रहम नहीं आया। थाने में बंटी नाम का कोई व्यक्ति आया था, मुझे जानकारी नहीं हैं। यदि आया था तो उसकी एफआइआर दर्ज हो गई होगी। इस संबंध में जानकारी करता हूं।
उमेश पंवार, एसएचओ, मसूरी