डीएम के आदेश के बाद भी खुले शहर के स्कूल

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : एनसीआर समेत गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए ईपीसीए के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 09:42 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 06:03 AM (IST)
डीएम के आदेश के बाद भी खुले शहर के स्कूल
डीएम के आदेश के बाद भी खुले शहर के स्कूल

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : एनसीआर समेत गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए ईपीसीए के निर्देश पर जिलाधिकारी गाजियाबाद ने दो दिन के स्कूल बंद करने के आदेश दिए थे। डीएम अजय शंकर पांडेय के आदेशों के बावजूद बृहस्पतिवार को शहर के कई स्कूल खुले। हालांकि अधिकतर स्कूलों ने सुबह स्कूल पहुंचे बच्चों को प्रशासन के आदेश का हवाला देते हुए वापस भेज दिया। उधर, अभिभावकों का आरोप है कि बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण बच्चे बीमार हो रहे है, लेकिन स्कूल प्रबंधकों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है, जिसके बावजूद वह स्कूल खोल रहे हैं।

पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने बुधवार को एनसीआर के बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद करने निर्देश दिए थे। इसके बाद जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने रात में स्कूल को बंद करने के आदेश दिए थे। उन्होंने प्रदूषण को देखते हुए बृहस्पतिवार और शुक्रवार को छुट्टी के आदेश सभी स्कूलों को दिए थे। वहीं, बृहस्पतिवार को प्रताप विहार स्थित डीएवी स्कूल, हापुड़ रोड स्थित इंग्राहम स्कूल और नेहरू नगर स्थित होली चाइल्ड स्कूल समेत कई नामी स्कूल खुले। इनमें छोटे-छोटे बच्चे अपने अभिभावकों के साथ पहुंचे। वहीं, अभिभावकों का कहना है कि उन्हें टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला कि दो दिन स्कूल की छुट्टी रहेगी, लेकिन जब उन्होंने इस संबंध में स्कूल प्रबंधन से जानकारी मांगी तो उन्होंने बताया कि स्कूल आज खुलेंगे, जिसमें कार्यक्रम किए जाएंगे। उधर, शहर के कई ऐसे स्कूल भी शामिल रहे, जो सुबह खुले तो लेकिन बाद में वह बंद हो गए। बंद होने से पहले स्कूल संचालकों ने बच्चों को बताया कि आज अवकाश है। इसके बाद बच्चे वापस घर लौट गए। अभिभावकों का कहना है कि प्रदूषण के कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं, जिसको लेकर स्कूलों को भी प्रबंध करना चाहिए।

प्रदूषण के चलते बाल दिवस पर 'ग्रहण'

प्रशासन के आदेशों पर शहर के अधिकतर स्कूल बृहस्पतिवार को बंद रहे। हालांकि बंद रहे स्कूलों में 14 नवंबर को बाल दिवस के कार्यक्रम होने थे, लेकिन प्रदूषण के कारण स्कूलों में कोई कार्यक्रम नहीं हुआ।

सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए थे। हो सकता है कि किन्ही कारणों से कुछ स्कूलों तक आदेश ना पहुंच पाए हो। इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए गए हैं कि वो सभी स्कूलों को बंद करना सुनिश्चित करें।

- अजय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी

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