तेंदुआ व जानवरों से सुरक्षा के लिए सिटी फारेस्ट में बनेगी चारदीवारी

धनंजय वर्मा साहिबाबाद हिंडन एयरबेस के किनारे 175 एकड़ में पर्यटन के लिए बनाए गए सिटी फार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 07:54 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 07:54 PM (IST)
तेंदुआ व जानवरों से सुरक्षा के लिए सिटी फारेस्ट में बनेगी चारदीवारी
तेंदुआ व जानवरों से सुरक्षा के लिए सिटी फारेस्ट में बनेगी चारदीवारी

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद: हिंडन एयरबेस के किनारे 175 एकड़ में पर्यटन के लिए बनाए गए सिटी फारेस्ट में तेंदुआ या अन्य जानवर पनाह न ले पाए इसके लिए चारदीवारी बनाई जाएगी। जिले में कई स्थानों पर तेंदुआ देखा जा चुका है। यदि तेंदुआ सिटी फारेस्ट में घुस गया तो जनहानि हो सकती है। साथ ही तेंदुआ को पकड़ना भी मुश्किल होगा। लिहाजा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने चारदीवारी बनाने की योजना बनाई है।

जीडीए ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सिटी फारेस्ट को बनाया है। सिटी फारेस्ट में घूमने के लिए दिल्ली, नोएडा व गाजियाबाद के विभिन्न स्थानों से सैकड़ों लोग रोजाना आते हैं। सिटी फारेस्ट में पैदल चलने के लिए पगडंडी, साइकिल ट्रैक, घुड़ सवारी की सुविधा, खुली जिप्सी, जीप सवारी, वोटिग समेत अन्य सुविधाएं हैं। यहां खरगोश और बतख पार्क भी है। यहां पर नीम, बांस, आंवला, जामुन, अर्जुन समेत दर्जनों प्रजाति के लाखों पेड़ पौधों से सिटी फारेस्ट प्राकृतिक जंगल एहसास कराता है। सिटी फारेस्ट को ए से आइ तक नौ खंडों में बांटा गया है। प्रत्येक खंड की अपनी अलग विशेषता है। इतना ही नहीं सिटी फारेस्ट में कैंटीन की भी सुविधा है।

जल्द शुरू होगा चारदीवारी बनाने का काम: जीडीए के उद्यान प्रभारी एके चौधरी का कहना है कि 175 एकड़ में फैला सिटी फारेस्ट चोरों तरफ जगह-जगह से खुला है। इन स्थानों से कोई भी प्रवेश कर जाता है। गाजियाबाद में आए दिन तेंदुआ दिखाई दे रहे हैं। तेंदुआ या अन्य आदमखोर जानवर सिटी फारेस्ट में पनाह ले सकते हैं। ऐसे में खतरा हो सकता है। सुरक्षा के लिहाज से सिटी फारेस्ट की चारदीवारी बनाया जाना बेहद जरूरी है। जल्द ही टेंडर जारी कर चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

chat bot
आपका साथी