युवाओं पर अटैक, बुजुर्गो का निकला दम

मदन पांचाल गाजियाबाद कोरोना की दूसरी लहर जिले के युवाओं पर भारी पड़ी रही है। बिना मास्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:42 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:42 PM (IST)
युवाओं पर अटैक, बुजुर्गो का निकला दम
युवाओं पर अटैक, बुजुर्गो का निकला दम

मदन पांचाल, गाजियाबाद

कोरोना की दूसरी लहर जिले के युवाओं पर भारी पड़ी रही है। बिना मास्क के खुला घूमने वाले युवा ही सबसे अधिक संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में पता चला है कि एक अप्रैल से 13 मई के बीच 21 से 40 वर्ष की उम्र के सबसे अधिक 11,036 युवा कोरोना संक्रमित हुए। इनमें भी 31 से 40 वर्ष के 5,969 युवा संक्रमित हुए। सबसे अधिक मौत यूं तो 51 से 100 वर्ष की उम्र के लोगों की हुई, लेकिन प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने के बावजूद 64 युवाओं की कोरोना से मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार 50 से सौ वर्ष के 130 संक्रमितों की मौत हुई है। इस बार मृत्युदर सबसे अधिक इसी आयु वर्ग के लोगों की दर्ज की गई है। ढलती उम्र के पुरुषों पर प्रहार

रिपोर्ट के मुताबिक 61 से 100 वर्ष की उम्र के कुल 1,314 पुरुष संक्रमित हुए और 49 की मौत हो गई। इस आयु वर्ग की कुल 934 महिलाएं संक्रमित हुई और 31 की मौत हो गई। यानी महिलाओं के सापेक्ष पुरुषों की कोरोना से अधिक मौत दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार दूसरी लहर के 43 दिनों में जिले में कुल 23,077 लोग संक्रमित हुए। इनमें 14,065 पुरुष और 9,012 महिलाएं संक्रमित हुई। कुल 103 महिलाएं और 149 पुरुषों की मौत दर्ज की गई है।

-------

677 बच्चे भी हुए संक्रिमत

एक अप्रैल से 13 मई के बीच जिले में शून्य से लेकर दस वर्ष के 677 बच्चे भी संक्रमित हुए। इनमें 362 लड़के और 315 लड़कियां शामिल हैं। इसके अलावा दस वर्ष से बीस वर्ष के 1,681 संक्रमित होने वाले बच्चों में 682 लड़कियां और 989 लड़के शामिल हैं। सभी स्वस्थ हो गए हैं।

--------

एक अप्रैल से 13 मई तक संक्रमितों का आयुवर्ग के हिसाब से विवरण

उम्र संक्रमित मौत

0-10 677 0

11-20 1,681 0

21-30 5,067 26

31-40 5,969 38

41-50 4,426 58

51-60 3,009 50

61-100 2,248 80

----------

स्वस्थ होने वालों की संख्या

1 अप्रैल 26,910

30 अप्रैल 32,900

1 मई 33,819

12 मई 44,200

15 मई 46,560

-------

कोरोना की दूसरी लहर में युवा अधिक संक्रमित हो रहे हैं। बुखार आने के बाद जांच देर से कराने पर हालत गंभीर हो रही है। प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने की वजह से युवाओं की मौत कम ही हो रही है। कोरोना के लक्षण दिखते ही कोविड मेडिकल किट लेकर कोर्स शुरू करने से हालत गंभीर होने की संभावना लगभग खत्म हो सकती है। होमआइसोलेट होकर कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है। कोरोनारोधी टीका जरूर लगवाएं। डेढ़ महीने में बच्चे भी संक्रमित हुए है, लेकिन सभी स्वस्थ हो गए हैं।

- डा. आर के गुप्ता, जिला सर्विलांस अधिकारी

chat bot
आपका साथी