वायु प्रदूषण और सर्दी से सांस के रोगी बढ़े, छह की मौत

जागरण संवाददाता गाजियाबाद वायु प्रदूषण एवं सर्दी बढ़ने के साथ ही जिले में सांस के रोगियों

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 09:17 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 09:17 PM (IST)
वायु प्रदूषण और सर्दी से सांस के रोगी बढ़े, छह की मौत
वायु प्रदूषण और सर्दी से सांस के रोगी बढ़े, छह की मौत

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : वायु प्रदूषण एवं सर्दी बढ़ने के साथ ही जिले में सांस के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में रोज 400 और संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में सांस के 200 मरीज पहुंच रहे हैं। निजी अस्पतालों में भी सांस के रोगियों की संख्या बढ़ रही है। सांस के पुराने रोगी बुजुर्गों का तेजी से आक्सीजन स्तर गिर रहा है। भर्ती करने के साथ गंभीर रोगियों को रेफर भी किया जा रहा है। एक सप्ताह में सांस के आधा दर्जन गंभीर रोगियों की मौत भी हुई है।

-----------

ओपीडी में आने वाले मरीजों का विवरण

-विगत सात दिन में जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में 14,531 मरीज पहुंचे।

- इनमें 2,874 सांस के मरीज शामिल हैं।

- सांस के दो अज्ञात मरीजों समेत तीन की मौत हुई है।

- संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में 5,698 मरीजों के सापेक्ष सांस के 1,543 मरीज पहुंचे।

- सांस के तीन बुजुर्ग मरीजों की मौत हुई है।

- दोनों अस्पतालों से इस अवधि में सांस के 37 गंभीर मरीजों को रेफर किया गया है।

- 270 निजी अस्पतालों की ओपीडी में प्रतिदिन करीब एक हजार सांस के मरीज पहुंच रहे हैं।

---------

सांस के इन रोगियों की हुई मौत चुन्नीलाल करहैड़ा, 52 वर्षीय अज्ञात लिक रोड, अज्ञात 50 वर्ष कड़कड़ माडल, बाबू मोरटा, 50 वर्षीय शेर मुहम्मद, 58 वर्षीय रमेश कुमार

--------

सीएचसी मुरादनगर से रेफर कर दिए सामान्य मरीज सीएचसी मुरादनगर में सांस के रोगियों के साथ ही बुखार के सामान्य मरीजों का भी इलाज नहीं किया जा रहा है। शुक्रवार को बुखार से पीड़ित समीर को संयुक्त अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। ग्लूकोज की बोतल और दूसरे हाथ में बेटे का हाथ पकड़कर समीर की मां वकीला जब इमरजेंसी पहुंची तो भावुक हो गई। एक घंटे बाद उसे बेड मिला। सांस रोगी जयवती को लेकर उनका बेटा मोहित पहुंचा तो स्टाफ ने बहुत देर तक इलाज शुरू नहीं किया। सांस की गंभीर मरीज चंद्रों को डा. आरसी गुप्ता ने रेफर कर दिया।

--------------

सर्दी और वायु प्रदूषण बढ़ने के साथ ही पहले से ही अस्थमा एवं सांस के रोगियों की परेशानियां बढ़ रही है। रोज आठ गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है और तीन को रेफर। 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग सांस रोगों की चपेट में अधिक आ रहे हैं। मास्क लगाकर रहें। सुबह को टहलना बंद कर दें। घर पर ही योग करें। गर्म पानी का सेवन करें। आक्सीजन स्तर कम होने पर तुरंत चिकित्सक की राय लें।

-डा.आरपी सिंह, वरिष्ठ फिजिशियन जिला एमएमजी अस्पताल

chat bot
आपका साथी