विवादित बयानों के कारण निशाने पर रहते हैं यति
जागरण संवाददाता गाजियाबाद डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पहले से ही आतंि
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद
डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पहले से ही आतंकियों के निशाने पर हैं। पूर्व में कई आतंकी व कट्टरपंथी संगठन यति नरसिंहानंद का सिर कलम करने के लिए इनाम की घोषणा कर चुके हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिस आरोपित कश्मीर निवासी जान मुहम्मद डार उर्फ जहांगीर को गिरफ्तार किया है, वह भी पाकिस्तान में बैठे जैश के एक आतंकी के कहने पर आया था। इससे पूर्व में भी यति पर हमले के कई बार प्रयास हो चुके हैं।
महंत यति नरसिंहानंद अपने बयानों के कारण विवाद में रहते हैं। मंदिर के प्रवेश द्वार पर उन्होंने बाकायदा बोर्ड लगा रखा है। इसमें समुदाय विशेष के प्रवेश को वर्जित लिखा गया है। पिछले दिनों एक समुदाय विशेष का किशोर के मंदिर परिसर में प्रवेश पर उसकी पिटाई का आरोप भी लगा था। किशोर का कहना था कि वह मंदिर परिसर में पानी पीने गया था लेकिन मंदिर प्रबंधन की दलील थी कि जब मंदिर के बाहर पानी पीने की व्यवस्था थी तो वह भीतर किसी और कारण से घुसा था। उल्लेखनीय है कि यति नरसिंहानंद के समर्थकों की अपील के बावजूद उन्हें पुलिस सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई है।
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ओवैसी की प्रस्तावित सभा हो गई थी रद्द
वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान मुस्लिम नेता असदुद्दीन ओवैसी की एक जनसभा डासना में प्रस्तावित थी, लेकिन यति नरसिंहानंद सरस्वती से घोषणा कर दी थी कि यदि यहां सभा की गई तो वह गोली मार देंगे। इसके बाद पुलिस-प्रशासन ने काफी प्रयास किया लेकिन जब यति नहीं माने तो सभा रद्द करनी पड़ी थी।
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यति बोले हम कर रहे हैं इंतजार, स्वागत है
जान मुहम्मद डार की गिरफ्तारी के बाद यति नरसिंहानंद ने कहा है कि वह इन लोगों से नहीं डरते। उन्होंने कहा कि हम तो ऐसे लोगों के इंतजार में ही मंदिर में बैठे हैं। ये लोग आए हम इनका अपने अंदाज से स्वागत करेंगे। उन्हें अपनी सुरक्षा करनी आती है।