बिजली का मीटर तोड़ने से शुरू हुई रंजिश ने ली सुशील की जान

संवाद सहयोगी मोदीनगर 24 जुलाई की रात हुए सुशील हत्याकांड का पुलिस ने शुक्रवार दोपहर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 08:11 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 08:11 PM (IST)
बिजली का मीटर तोड़ने से शुरू हुई रंजिश ने ली सुशील की जान
बिजली का मीटर तोड़ने से शुरू हुई रंजिश ने ली सुशील की जान

संवाद सहयोगी, मोदीनगर :

24 जुलाई की रात हुए सुशील हत्याकांड का पुलिस ने शुक्रवार दोपहर एक आरोपित गोल्डी को गिरफ्तार कर पर्दाफाश कर दिया। एक साल पहले सुशील ने गोल्डी के घर पर लगा बिजली का मीटर तोड़ दिया था, तभी से गोल्डी उनसे रंजिश रखने लगा था। इसलिए गोल्डी ने अपने साथी गौरव के साथ मिलकर शनिवार रात शराब की बोतल के कांच से सुशील का गला रेतकर हत्या कर दी। आरोपित गौरव अभी फरार चल रहा है।

एसएचओ मोदीनगर मुनेंद्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित गोल्डी ऊर्फ परविद्र निवासी कृष्णापुरी कालोनी है। पूरी घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। घटना से दो दिन पहले ही गोल्डी ने अपने साथी

गौरव के साथ मिलकर सुशील की हत्या करने की पटकथा लिखी थी। 24 जुलाई की शाम गौरव सुशील को घर से बुलाकर कादराबाद के खेतों में ले गया था। वहां पहले से ही गोल्डी मौजूद था। तीनों ने खेत में बैठकर शराब पी। जब सुशील नशे में धुत हो गया तो गौरव ने उसके हाथ पकड़े और गोल्डी ने शराब की बोतल फोड़कर कांच से उसका गला रेत दिया। बाद में सुशील के शव को ईख के घने खेत में फेंक आए। इसके बाद पुलिस से बचने के लिए गोल्डी नोएडा व गौरव दिल्ली भाग निकला। रास्ते में ही आरोपितों ने सुशील का फोन तोड़कर नहर में फेंक दिया। उन्हें खुद पर भरोसा था कि पुलिस गिरफ्त से दूर

रहेंगे। लेकिन, पुलिस ने सुशील और आरोपितों की सीडीआर खंगाली तो मामला साफ हो गया। इसमें गोल्डी और गौरव के बीच बातचीत सामने आई। उधर, सुशील के स्वजन ने भी गौरव पर संदेह जताया था। इस बीच पुलिस के हाथ गोल्डी लग गया। उससे पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया, हत्याकांड के बारे में उसने पुलिस को बता दिया। एसएचओ ने बताया कि आरोपित के पास से सुशील का पर्स व आधार कार्ड बरामद हुआ है। वहीं, गौरव निवासी बिसोखर, संतपुरा 24 जुलाई से फरार है। उसकी तलाश पुलिस कर रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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गौरव से भी लिए थे 15 हजार

- तीन महीने पहले सुशील ने गौरव से 15 हजार रुपये उधार लिए थे। लेकिन, अभी तक नहीं लौटाए थे। बार-बार तगादा करने के बावजूद सुशील रुपये नहीं दे रहा था। जब इस बारे में गोल्डी को पता चला तो उसने गौरव को भी अपने पक्ष में ले लिया। उसे भी सुशील के खिलाफ भड़काकर हत्या करने की योजना तैयार की।

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यह था मामला

- 24 जुलाई की शाम कृष्णापुरी कालोनी निवासी सुशील संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए थे। रात तक भी वे घर नहीं लौटे। स्वजन ने खोजबीन की, लेकिन कोई पता नहीं चला। इस बीच अगले ही सुशील का शव गांव रोरी के खेतों में पड़ा मिला। मामले में सुशील के भाई विकास ने गौरव, अमित व प्रदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

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