आरुषि ने कैट परीक्षा में पाए 99.82 अंक

जासं गाजियाबाद इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आइआइएम) द्वारा आयोजित कामन एडमिशन टेस्ट (कैट) परीक्षा-2020 का शनिवार को परिणाम जारी हुआ। जिले के कई छात्र-छात्राओं ने कैट परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। गाजियाबाद की रहने वाली आरुषि ने 99.82 फीसद अंक पाकर नया कीर्तिमान बनाया। बेटी की सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 09:23 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 09:23 PM (IST)
आरुषि ने कैट परीक्षा में पाए 99.82 अंक
आरुषि ने कैट परीक्षा में पाए 99.82 अंक

जासं, गाजियाबाद : इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आइआइएम) द्वारा आयोजित कामन एडमिशन टेस्ट (कैट) परीक्षा-2020 का शनिवार को परिणाम जारी हुआ। जिले के कई छात्र-छात्राओं ने कैट परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। गाजियाबाद की रहने वाली आरुषि ने 99.82 फीसद अंक पाकर नया कीर्तिमान बनाया। बेटी की सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है।

दयानंद नगर की रहने वाले आर्थोपेडिक सर्जन डॉ.अपूर्व अग्रवाल की बेटी आरुषि ने 2016 में 12वीं में 96 फीसद अंक पाए थे। 2016 में ही उन्होंने आइआइटी प्रवेश परीक्षा में 450वीं रैंक पाते हुए आइआइटी दिल्ली में दाखिला मिला था। फिलहाल वह एम टेक के अंतिम वर्ष में हैं। आरुषि को जर्मन कंपनी में प्लेसमेंट भी मिल गया है। उन्हें कंपनी में जुलाई से ज्वाइन करना है। वहीं उन्होंने एनटीएससी स्कालर व केवीपीवाई स्कालर परीक्षा पास कर चुकी है।

आरुषि का कहना है कि इस सफलता के लिए उन्होंने प्रतिदिन 9-10 घंटे पढ़ाई की है। अभी आइआइएम इंस्टीट्यूट में दाखिला लेकर एमबीए करेंगी। इसके बाद बड़ी किसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करना चाहती हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां डॉ.कल्पना अग्रवाल और पिता के साथ शिक्षकों को दिया। पढ़ाई के साथ उन्हें बाहर घूमना और नावेल पढ़ना पसंद है। आरुषि का कहना है कि डांस उनकी हाबी हैं। वह अपने स्कूल की डांस टीम का हिस्सा रही हैं। चार साल उन्होंने गांधर्व संगीत महाविद्यालय में भारतनाट्यम भी सीखा था। तैयारी में ली आनलाइन मदद:

आरुषि अग्रवाल का कहना है कि एकेडमिक पढ़ाई और तैयारी में उन्होंने आनलाइन मदद ली। उनका कहना है कि कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है, तो आनलाइन विकल्प काफी मददगार साबित होता है। इससे किसी भी विषय से संबंधित स्टडी मेटेरियल डाउनलोड कर उसे पढ़ा जा सकता है। यू-ट्यूब पर किसी भी टापिक को अच्छे से समझ सकते हैं। लाकडाउन में उन्होंने घर पर बैठकर आनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई की।

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