ठगी का कॉल सेंटर चलाने वाली 15 लड़की व तीन लड़के दबोचे

जागरण संवाददाता गाजियाबाद गुमनाम चिट्ठी के आधार पर साइबर सेल ने ठगी के कॉल सेंटर क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:33 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:33 PM (IST)
ठगी का कॉल सेंटर चलाने वाली 15 लड़की व तीन लड़के दबोचे
ठगी का कॉल सेंटर चलाने वाली 15 लड़की व तीन लड़के दबोचे

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: गुमनाम चिट्ठी के आधार पर साइबर सेल ने ठगी के कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। साहिबाबाद के शालीमार गार्डन में डीएलएफ की एक बिल्डिंग में चल रहे कॉल सेंटर पर शनिवार सुबह दबिश देकर पुलिस ने 15 लड़की और तीन लड़कों को गिरफ्तार किया है। मौके से 11 रजिस्टर, चार मोबाइल, पांच डेबिट कार्ड व पांच सिम बरामद हुई हैं। मगर कॉल सेंटर चलाने वाले कैला भट्टा निवासी सावेज और उसका भाई नदीम पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। यह गिरोह ऋण दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। पकड़े गए सभी लड़का-लड़की 19-22 साल तक की उम्र के हैं और अधिकांश दिल्ली के रहने वाले हैं।

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रोजाना तीन हजार लोगों से करते थे संपर्क सीओ साइबर सेल अभय कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपितों ने कॉल सेंटर के बाहर ग्लोबल लोन फाइनेंस एंड स्टार फाइनेंस नाम का बोर्ड लगा रखा था। यह गिरोह डाटा खरीदने के बजाय क्रमानुसार नंबर बदल-बदलकर कॉल करता था। उन्हें किसी भी तरह का ऋण 2-3 बैंकों से कम ब्याज दर पर देने का झांसा देते थे। ठग किसी बैंक के बजाय खुद ऋण देने की बात कहते थे। फोन पर ही प्रोसेसिग, अप्रूवल समेत अलग-अलग झांसे देकर 50-70 हजार रुपये पहले ही अपने खाते में जमा करा लेते थे। इसके बाद नंबर को ब्लाक कर देते थे। सीओ ने बताया कि लड़कियों को 12 हजार रुपये का वेतन मिलता था, जिसके लिए उन्हें रोजाना कम से कम 300 लोगों से संपर्क करना पड़ता था। तीन लड़कियों को टीम लीडर बना रखा था, जिन्हें 21 हजार रुपये का वेतन मिलता था। वहीं फर्जी दस्तावेज बनाकर खाते खुलवाने वाले और अधिकारी बनकर बात करने वाले तीन लड़कों को ठगी की रकम से 10 फीसद कमीशन मिलता था।

----- लच्छेदार बातों से फंसाती थीं साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि नदीम व सावेज तीन साल से कॉल सेंटर चला रहे हैं। डीएलएफ में आठ माह पूर्व ही कॉल सेंटर शुरू किया था। हर साल आरोपित अपना ठिकाना बदल लेते हैं। आरोपितों के चार बैंक खातों की जानकारी पुलिस को मिली है। एक खाते में दो माह के भीतर 20 लाख रुपये से अधिक जमा कराए गए हैं। सभी खातों पर रोक लगवाकर पुलिस ने इनकी पूरी स्टेटमेंट बैंक से मांगी है। सुमित के मुताबिक यह गिरोह अब तक 4000 से अधिक लोगों को शिकार बना चुका है। पुलिस के मुताबिक अधिकांश लोग पहली बार में ऋण के लिए इन्कार कर देते हैं, लेकिन गिरोह की लड़कियां अपनी लच्छेदार बातों से उन्हें फंसाती थीं।

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गिरफ्तार आरोपित

- आकाश, दिलशाद गार्डन

- पंकज, नंदनगरी, दिल्ली

- विशाल

- कोमल

- मनीषा

- अंजली

- नेहा

- सबिया

- सपना

- काजल

- लक्की

- प्रिया

- कुसुम

- समरीन, सुंदरनगरी, दिल्ली

- सना

- हेमा, टीला मोड़

- जयवंती

- कोमल, हर्ष विहार, दिल्ली

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