नदियों में बढ़ रहा पानी, 11 बाढ़ चौकियां अलर्ट

बढ़ते जल स्तर को देख प्रशासन ने बढ़ाई है सतर्कता किसान भी खेतों पर डटे खतरे के निशान से दूर है यमुना।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:04 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:04 AM (IST)
नदियों में बढ़ रहा पानी, 11 बाढ़ चौकियां अलर्ट
नदियों में बढ़ रहा पानी, 11 बाढ़ चौकियां अलर्ट

जागरण टीम, फीरोजाबाद : बारिश के कारण यमुना समेत सिरसा और सेंगर नदी में भी पानी बढ़ने लगा है। इसके साथ ही प्रशासन ने 11 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। लेखपालों को नदी किनारे गांवों में भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। टूंडला में लेखपालों ने सोमवार को यमुना के खादरों में बोई फसल तक पहुंचे पानी की भी रिपोर्ट तैयार की।

पिछले मंगलवार से निरंतर बढ़ रहा यमुना का जल स्तर अभी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासन द्वारा पहले ही इस स्थिति को देखते हुए चार चौकियां स्थापित कर दी थी। टूंडला में यमुना का पानी आबादी की तरफ नहीं बढ़ा है, लेकिन जिन किसानों ने यमुना के खादर में फसल बो दी थी, वो पानी की चपेट में आ गई है। ऐसे में किसानों को यमुना किनारे खेतों में खड़ी फसल की चिता सता रही है। सोमवार को तहसीलदार डा. गजेंद्र पाल सिंह ने लेखपालों को क्षेत्र में भेजा। लेखपाल शीलेंद्र प्रताप सिंह ने रसूलाबाद क्षेत्र में पानी का जायजा लिया। अन्य लेखपालों की भी उनके क्षेत्र में ड्यूटी लगाई गई है। वहीं किसान भी खेतों की निगरानी कर रहे हैं। सब्जी के खेतों से तैयार सब्जी को हर रोज तोड़ रहे हैं, ताकि अगर खेत में पानी आए भी तो जितनी सब्जी बचा सकते हैं, उसे बचा लें।

------------

यहां बनाई गई हैं बाढ़ चौकियां:

टूंडला- यमुना नदी पर गांव रसूलाबाद, अनवारा, नियामतपुर, ग्वारई में

फीरोजाबाद- यमुना पर नगला चूरा और जलालपुर में

नारखी- सिरसा नदी पर नारखी तालुका और गौंछ में

सिरसागंज- यमुना पर उरावर हस्तर, सेंगर पर ताखा और सिरसा पर भदान और ऊमरी में

--------

निजी नावों के भरोसे बाढ़ चौकी :

टूंडला में बाढ़ चौकियों पर निजी नावों की व्यवस्था की गई है। दस निजी नाव यहां पर तैनात हैं। इसके साथ में 24 मछुआरों को भी तैनात किया गया है, ताकि कोई भी स्थिति आने पर जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू किया जा सके।

----------

यमुना व अन्य नदियों का जल स्तर बढ़ा है, लेकिन अभी सिर्फ टूंडला क्षेत्र में खादर में बोई गई सब्जियां ही चपेट में आई है। लेखपाल को निगरानी पर लगाया गया है। अभी यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से दूर है।

- आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, एडीएम

chat bot
आपका साथी