मथुरा जेल से फरार दो शातिर पुलिस के हत्थे चढ़े

एक महीने से नारखी में किराए पर रहता था एक शातिर चेकिग में हुई मुठभेड़ दो साल पहले नए साल के जश्न के दौरान फांदी थी दीवार दिल्ली और वाराणसी में डाला था डेरा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 11:23 PM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 06:00 AM (IST)
मथुरा जेल से फरार दो शातिर पुलिस के हत्थे चढ़े
मथुरा जेल से फरार दो शातिर पुलिस के हत्थे चढ़े

फीरोजाबाद, जासं, दो साल पहले मथुरा जेल से फरार तीन में से दो शातिर शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गए। दिल्ली और वाराणसी में नाम बदलकर रह रहे थे। पकड़े गए दोनों शातिरों पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

31 दिसंबर 2017 की रात मथुरा जिला कारागार में निरुद्ध राहुल पुत्र तहसीलदार निवासी हथौड़ा जलेसर (एटा), कलुआ उर्फ शेरा पुत्र नवाब खां निवासी किशोरपुरा वृंदावन और संजय पुत्र रमेश निवासी नगला कालदास अछनेरा (आगरा) फरार हो गए थे। एसएसपी सचिद्र पटेल ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि जेल से फरार बदमाशों की बाइक से जाने की सूचना पर नारखी पुलिस ने चेकिग शुरू की। चेकिग के दौरान पल्सर सवार बाइक सवार दो युवक पुलिस को देखकर भागे। मुठभेड़ में पुलिस ने दोनों बदमाशों को पकड़ लिया।

पकड़े गए युवकों ने अपने नाम राहुल और कलुआ बताया। एसएसपी ने बताया कि राहुल और कलुआ मथुरा जेल से फरार हुए थे। फरारी के दौरान दोनों दिल्ली और वाराणसी में काम करते रहे। एक माह पहले राहुल नारखी के सिकंदरपुर में किराए के घर में रहता था। गिरफ्तार करने वाली टीम में सीओ टूंडला डॉ अरुण कुमार, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार सिंह आदि शामिल रहे। वाराणसी से अलग हुआ था संजय.. पकड़े गए आरोपितों ने पुलिस को बताया कि तीनों मथुरा से भागने के बाद कई महीने तक वाराणसी में टिके रहे। वहां कैंटीन में काम करते थे। वाराणसी से संजय अलग चला गया और वे दोनों वापस चले गए। एसएसपी का कहना है कि मथुरा पुलिस को सूचना दे दी गई है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

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