विजय नगर में हार रहीं नगर निगम की व्यवस्था

वार्ड में दूर नहीं हुआ पेयजल संकट उखड़ी पड़ी सड़कें दे रहीं दर्द खाली प्लाट में लगे हैं गंदगी के ढेर दुर्गध से सांस लेना हुआ मुश्किल।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 06:23 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:23 AM (IST)
विजय नगर में हार रहीं नगर निगम की व्यवस्था
विजय नगर में हार रहीं नगर निगम की व्यवस्था

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: हाईवे से सटे विजय नगर वार्ड में समस्याओं का अंबार है। साठ फुटा रोड सहित कई गलियां वर्षो से टूटी पड़ी हैं। सफाई कर्मचारियों की कमी से सड़कों पर गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।

जागरण आपके द्वार के तहत टीम रविवार को वार्ड नंबर दो में शामिल नगला मिर्जा पहुंची। यहां विनोद कुमार ने बताया कि कर्मचारियों की कमी से कई दिनों तक सड़क व नालियों की सफाई नहीं होती है। खाली प्लाटों में जगह-जगह खत्ताघर जैसे हालात बने हुए हैं। साठ फुटा रोड वार्ड का सबसे व्यस्त मार्ग है। यह हाईवे को बंबा बाइपास से जोड़ता है। जेड़ाझाल की लीकेज लाइन की मरम्मत के कारण यह मार्ग दो साल से उखड़ा पड़ा है।

इस पर जगह-जगह गड्ढे होने से वाहन चालक हिचकोले खाते हैं। विजय नगर निवासी रामसेवक ने बताया कि जल निगम ने दो साल पहले पाइप लाइन बिछाई थी, तभी से गलियां उखड़ी पड़ी हैं। कई विद्युत पोल पर अब तक एलईडी लाइट तक नहीं लगी हैं, जिससे शाम होते ही गलियां अंधकार में डूब जाती हैं।

विजय नगर टंकी से थोड़ा आगे कुछ गलियां कच्ची नजर आई। नारायन नगर व पुलिस कालोनी में पेयजल और आंबेडकर पार्क सैलई में दूषित जलापूर्ति की समस्या मिली। - वार्ड पर एक नजर

आबादी : 20 से 25 हजार।

मुहल्ला: विजय नगर, नारायन नगर, सम्राट नगर, नगला मिर्जा बड़ा, साठ फुटा आंशिक।

समस्या: टूटी गलियां, पेयजल संकट, गंदगी, सफाई व्यवस्था खराब, एलईडी लाइटों की कमी। -कई दिन कर्मचारी सफाई करने नहीं आते। नालियों का पानी सड़क पर भर जाता है। दुर्गध के कारण सांस लेना मुश्किल हो रहा है।

- जितेंद्र कुमार निमेष -गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप रहता है। गर्मी के मौसम में संक्रामक रोग फैल सकते हैं। नगर निगम को सफाई व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। - आशाराम - साठ फुटा रोड दो साल से उखड़ा पड़ा है। सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। यहां हर रोज ठेल व वाहन पलट जाते हैं। कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं। - अरुण कुमार - आंबेडकर पार्क सैलई में छह महीने से दूषित पानी की समस्या है। आसपास के नलकूप खराब पड़े हैं। ऐसे में हमें पानी की बोतल खरीदकर काम चलाना पड़ रहा है। -सुनहरीलाल - गंगाजल की लाइन बिछने के बाद वार्ड में अधिकांश गलियां यूं ही छोड़ दी गईं। साठ फुटा रोड की स्थिति सबसे अधिक खराब है। दो साल से नगर निगम में लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पानी की समस्या भी दूर नहीं हो रही है। - ज्ञानदेवी, पार्षद

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