हड़ताल से बढ़ी मुश्किलें, एंबुलेंस कर्मचारियों का अ‌र्द्धनग्न प्रदर्शन

दूसरे दिन भी थमे रहे सरकारी एंबु़लेंस के पहिए तीमारदार परेशान आपात स्थिति से निपटने को स्वास्थ्य विभाग के पास तीन एंबु़लेंस।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 06:49 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 06:49 AM (IST)
हड़ताल से बढ़ी मुश्किलें, एंबुलेंस कर्मचारियों का अ‌र्द्धनग्न प्रदर्शन
हड़ताल से बढ़ी मुश्किलें, एंबुलेंस कर्मचारियों का अ‌र्द्धनग्न प्रदर्शन

जागरण टीम, फीरोजाबाद: मामला एक: शहर के हिमायूंपुर निवासी राजेश कुमार ने बीमार रोगी को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 108 नंबर पर काल की। राजेश को जवाब मिला कि एंबुलेंस खाली नहीं है। राजेश अपने बीमार स्वजन को ई-रिक्शा से सरकारी ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे।

- मामला दो: शहर के रामगढ़ निवासी 60 वर्षीय रामहेत को सरकारी ट्रामा सेंटर पर लाने के लिए उनके स्वजन ने 108 नंबर पर काल की लेकिन लखनऊ स्थित नियंत्रण कक्ष में काल रिसीव नहीं की गई। वह दूसरे वाहन से रोगी को अस्पताल लेकर पहुंचे। 102, 108 और एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। हड़तालियों ने शिकोहाबाद के रामलीला मैदान में अ‌र्द्धनग्न प्रदर्शन प्रदर्शन किया। हड़ताल से रोगी और उनके तीमारदार परेशान रहे। शिकोहाबाद में धरना प्रदर्शन स्थल पर पुलिस फोर्स तैनात रही।

इन तीनों तरह की सरकारी एंबुलेंसों का संचालन लखनऊ की सेवा प्रदाता कंपनी जीवीकेइएमआरआइ करती रही है, लेकिन कुछ दिन पहले शासन ने एएलएस एंबुलेंसों के संचालन का जिम्मा दूसरी कंपनी को सौंप दिया। आरोप है कि नई कंपनी कर्मचारियों की छंटनी, वेतन में कटौती कर रही है। इसके अलावा समान काम-समान वेतन और एंबुलेंस कर्मियों को नेशनल हेल्थ मिशन में शामिल करने की मांगें भी कर्मचारियों की हैं। हड़ताल के दूसरे दिन कर्मचारियों ने शिकोहाबाद के रामलीला मैदान में अ‌र्द्धनग्न प्रदर्शन किया। इस मौके पर एंबुलेंस चालक संघ के जिला अध्यक्ष आशीष मिश्रा ने मांगें पूरी होने तक जिले में भी आंदोलन जारी रखने की बात कही। दोपहर बाद धरना स्थल पर सपा एमएलसी डा. दिलीप यादव पहुंचे और हड़ताली कर्मचारियों को सहयोग का भरोसा दिलाया। धरना स्थल पर सुभाष यादव, परमजीत सिंह, संजय राजपूत, विजय यादव, सुखदेश यादव, सुनील यादव, कुलदीप पण्डित, अजय कुमार आदि एंबुलेंस कर्मी उपस्थित थे। वहीं स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डा. केके गुप्ता ने बताया कि कर्मचारियों की मांगें शासन स्तर की हैं, वहीं से निदान होना है।

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