बिना नाम लिए शिवपाल पर निशाना
महागठबंधन के मंच से मायावती और अखिलेश ने नाम लिए बगैर शिवपाल पर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि विरोधी पार्टियों के हाथों में खेलकर चुनाव लड़ रहे एक उम्मीदवार रिक्शे में बैठकर गरीबी और फकीरी का नाटक कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि एक तरफ गठबंधन की तरफ से जनता लड़ रही है और दूसरे तरफ झूठ बोलने वाले हैं। वे यह कहते हैं कि पार्टी से निकाल दिया है अपमान किया गया है। वे झूठ बोलते हैं। नेताजी से उन्होंने ही हमें बाहर निकलवाया था। खुद बाबा से रात को मिलते हैं। हमें घर से निकाला गया और उन्हें घर मिला मायावती वाला। कोई कागज दिखा दे जो निकालने वाला हो। आपको उनसे सावधान रहना है।
फीरोजाबाद, जासं। महागठबंधन के मंच से मायावती और अखिलेश ने नाम लिए बगैर शिवपाल पर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि विरोधी पार्टियों के हाथों में खेलकर चुनाव लड़ रहे एक उम्मीदवार रिक्शे में बैठकर गरीबी और फकीरी का नाटक कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि एक तरफ गठबंधन की तरफ से जनता लड़ रही है और दूसरे तरफ झूठ बोलने वाले हैं। वे यह कहते हैं कि पार्टी से निकाल दिया है, अपमान किया गया है। वे झूठ बोलते हैं। नेताजी से उन्होंने ही हमें बाहर निकलवाया था। खुद बाबा से रात को मिलते हैं। हमें घर से निकाला गया और उन्हें घर मिला, मायावती वाला। कोई कागज दिखा दे जो निकालने वाला हो। आपको उनसे सावधान रहना है।
सांसद अक्षय यादव ने सवाल किया कि खुद को गरीब बताने वाली पार्टी के लोग हेलीकॉप्टर में कैसे घूम रहे हैं? कोई बताए कि उनके पास पैसा कहां से आ रहा है? प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि भाजपा की बी टीम को दस हजार से आगे नहीं बढ़ने देना है। उन्होंने यह भी कहा कि एटा में मोदी और इटावा में शाह की रैली के कारण उनकी बसें रोकी गईं। तीनों नेताओं को कांच से बने उनकी पार्टी के चिन्ह अक्षय यादव ने भेंट किए।
----------------
हाईवे पर थमी रफ्तार
रैली के चलते हाईवे पर वाहनों की रेलमपेल मची रही। रैली में शामिल होने आए लोग अपनी गाड़ियां हाईवे किनारे और डिवाइडर के बीच में खड़ी कर चले गए। इसके चलते यातायात धीमी रफ्तार से चलता रहा। स्थानीय नेताओं के लिए अलग था मंच
मुख्य मंच पर संचालन की जिम्मेवारी बसपा के मंडलीय नेताओं के हाथ में रही तो स्थानीय नेताओं के लिए अलग से मंच बनाया गया था। मंच पर बसपा नेता सुनील चित्तौड़, डॉ दिलीप यादव, डॉ संजय यादव, अवनींद्र यादव, खालिद नसीर, प्रेमचंद शंखवार, हिकमतउल्ला खां आदि शामिल रहे।