निर्माण स्थल पर उड़ी धूल तो चलेगा शासन का डंडा

सरकार ने वायु प्रदूषण की रोकथाम को तैयार कराया डस्ट कंट्रोल आडिट एप कंस्ट्रक्शन कपंनियों को एप पर अपलोड करनी होगी प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 06:48 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 06:48 AM (IST)
निर्माण स्थल पर उड़ी धूल तो चलेगा शासन का डंडा
निर्माण स्थल पर उड़ी धूल तो चलेगा शासन का डंडा

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: ताज संरक्षित क्षेत्र (टीटीजेड) में निर्माण स्थलों पर दिन भर धूल उठने से वायु प्रदूषण का मानक बढ़ रहा है। सरकार द्वारा वायु प्रदूषण की रोकथाम को डस्ट कंट्रोल आडिट एप तैयार कराया गया है। डस्ट एप के माध्यम से ही निर्माण कार्यों की निगरानी की जाएगी। निर्माण स्थल पर धूल उड़ने पर शासन स्तर से सीधे संबंधित विभाग पर कार्रवाई होगी।

जिले में एनएचएआइ, राज्य सेतु निगम, पीडब्लूडी, नगर निगम, जिला पंचायत, डूडा सहित अन्य सरकारी विभागों द्वारा निर्माण कार्य कराए जाते हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी से कंस्ट्रक्शन कंपनी व ठेकेदारों द्वारा मानकों को ताक पर रख कर कार्य कराए जाते हैं। निर्माण स्थलों पर धूल उड़ने से वायु प्रदूषण का मानक बढ़ रहा है। सरकार द्वारा तैयार डस्ट कंट्रोल आडिट एप पर कंस्ट्रक्शन कंपनी व ठेकेदारों को पूरी जानकारी देनी होगी कि प्रदूषण की रोकथाम को क्या इंतजाम किए गए हैं। पीसीबी की टीम निर्माण स्थल पर जाकर एप पर अपलोड सूचनाओं का सत्यापन करेगी। इस दौरान साइट पर धूल उड़ती मिली तो विभाग द्वारा सीधे शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। - आधा दर्जन विभागों ने अपलोड किए प्रोजेक्ट : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि एनएचएआइ द्वारा बाइपास निर्माण कार्य, सेतु निगम द्वारा आसफाबाद ओवरब्रिज, नगर निगम द्वारा सदर बाजार कार्य सहित आधा दर्जन विभागों ने अपने प्रोजेक्ट अपलोड किए हैं। इनका जल्द भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। -टीटीजेड में निर्माण से संबंधित काम करने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी व ठेकेदारों को अपने प्रोजेक्ट से संबंधित जानकारी डस्ट एप अपलोड करनी होगी। भौतिक सत्यापन के दौरान मानकों की अनदेखी मिलने पर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। -मनोज कुमार चौरसिया, क्षेत्रीय अधिकारी पीसीबी

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