यहां तो मैरिज होम में नो पार्किंग

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : मैरिज होम एवं होटलों के लिए पार्किंग व्यवस्था होना जरूरी है,

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Feb 2018 06:35 PM (IST) Updated:Sat, 24 Feb 2018 06:35 PM (IST)
यहां तो मैरिज होम में नो पार्किंग
यहां तो मैरिज होम में नो पार्किंग

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : मैरिज होम एवं होटलों के लिए पार्किंग व्यवस्था होना जरूरी है, लेकिन यहां तो अधिकांश में इस तरह की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। शादी एवं बड़े आयोजन के दौरान रोड पर वाहन पार्क होते हैं, जिससे जाम लगता रहता है। कई मैरिज होम ऐसे हैं जहां रोड पर वाहन पार्क होने से आवागमन बाधित रहता है और लोग जाम से जूझते रहते हैं। डीएम के आदेश के बाद प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। इस तरह के मैरिज होम संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। इसी के तहत विकास प्राधिकरण इस तरह के मैरिज होम व होटलों की सूची तैयार करने में जुट गया है।

शहर के प्रमुख चौराहों पर अधिकांश होटल व मैरिज होम संचालित हैं। इनके पास चारपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। कुछेक में तो दोपहिया वाहनों को खड़ा करने तक को पार्किंग नहीं है। स्टेशन रोड पर कई मैरिज होम व होटल हैं, जहां रोड पर वाहन खड़े होने से जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। कई बार तो जाम में फंसने के चलते यात्रियों की ट्रेनें भी छूट जाती हैं। इसी तरह जलेसर चौराहे की बात करें तो यहां भी मैरिज होम हैं। यहां एक आयोजन स्थल के पास तो चार पहिया वाहन खड़े करने के लिए जगह ही नहीं है, जिससे यहां रोड पर वाहन खड़े होते हैं। वहीं अन्य मैरिज होम व होटलों के आयोजन के दौरान वाहन सर्विस रोड पर खड़े होते हैं। ऐसा ही हाल कोटला चुंगी चौराहा, सुभाष तिराहा, सुहागनगर चौराहा भी हैं, जहां भी रोड पर वाहन पार्क होने से जाम की समस्या बनती है।

शुक्रवार को टूंडला का संगम मैरिज होम में रोड पर वाहन पार्क होने से लगने वाले जाम की शिकायत पर डीएम नेहा शर्मा ने गंभीर रुख अपनाया है। उन्होंने विकास प्राधिकरण को निर्देश दिए हैं कि इस तरह के मैरिज होम जिनके पास अपनी पार्किंग नहीं है और रोड पर वाहन खड़े होते हैं, की सूची बनाकर कार्रवाई की जाए। इसी के तहत प्राधिकरण सूची बनाने में जुट गया है। अगर सूची में निष्पक्षता बरती गई तो इसके दायरे में अधिकांश मैरिज होम आएंगे।

..तो क्या सो रहा था विप्रा: विकास प्राधिकरण की जिम्मेवारी है कि नक्शा पास होने के दौरान मैरिज होम, होटलों में पार्किंग की व्यवस्था है अथवा नहीं, की जांच करे। सवाल यह है कि आखिर इन मैरिज होम के नक्शे बिना पार्किंग के कैसे पास हो गए? अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इस तरह के तमाम सवाल हैं, जिसको लेकर विप्रा भी संदेह के घेरे में आ गया है। अगर निर्माण के दौरान ही इस तरफ गंभीरता दिखाई जाती तो शायद यह समस्या नहीं आती।

''रोड पर वाहन पार्क होने वाले मैरिज होम व होटलों की सूची तैयार की जा रही है। सूचीबद्ध किए जाने के बाद नोटिस जारी करते हुए कार्रवाई की जाएगी।''

-शीतला प्रसाद, सचिव, विकास प्राधिकरण।

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