शौचमुक्त अभियान में प्रधान, सचिवों की मनमानी पकड़ी
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: एक तरफ गांवों को खुले में शौचमुक्त करने के अभियान में ढिलाई
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: एक तरफ गांवों को खुले में शौचमुक्त करने के अभियान में ढिलाई को लेकर प्रदेश के साथ ही केंद्र सरकार भी सख्त है। वहीं कई गांवों में प्रधान और पंचायत सचिव मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे। बुधवार को निरीक्षण करने निकले जिला पंचायत राज अधिकारी को शिकोहाबाद के तीन गांव में यही हाल देखने को मिला।
शिकोहाबाद ब्लॉक के गांव ¨सहपुर, मचन और मुतफाबाद में शौचालय निर्माण की गति पिछले कई दिनों से रुकी हुई थी, जबकि जिलास्तर से एक महीने पहले ही शौचालय बनवाने के लिए धनराशि भेज दी गई थी। डीपीआरओ गिरीशचंद्र इसकी वजह जानने के लिए बुधवार को तीनों गांवों का निरीक्षण किया। इसमें उन्होंने स्थिति काफी खराब मिली। लाभार्थियों ने शौचालय निर्माण के लिए गड्ढे खोदने के बाद उनकी चिनाई भी करा दी थी, लेकिन प्रधान और सचिव द्वारा छह हजार रुपये की किश्त न देने के कारण वह निर्माण पूरा नहीं करा पा रहे। गड्ढों में गिरकर कोई घायल न हो इसके लिए उन्हें झाड़ियों से गड्ढे ढकने पड़े हैं। डीपीआरओ ने बताया गांव मचन में 150, मुस्तफाबाद में 165 और ¨सहपुर में 65 शौचालयों का पैसा प्रधान और सचिव ने लाभार्थियों के खाते में नहीं भेजा है, जिसके कारण शौचालय निर्माण की प्रगति रुक गई है। डीपीआरओ ने बताया कि तीनों ही गांवों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों के शौचालयों पर भी कोई काम नहीं हुआ है, जबकि यह कार्य प्राथमिकता से करने के निर्देश कई बार दिए जा चुके हैं। इस लापरवाही के लिए प्रधान और सचिवों को नोटिस देकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल उन्हें गुरुवार को सभी लाभार्थियों के खाते में पैसे भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
रिपोर्ट--राजीव शर्मा