गंगा दशहरा पर यमुना में लगाई श्रद्धा की डुबकी

सुबह होते ही यमुना के घाटों पर जुटी श्रद्धालुओं की भीड़ खूब बिकी जलेबी दान के साथ पतंगबाजी का लोगों ने लुत्फ उठाया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:48 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 05:48 AM (IST)
गंगा दशहरा पर यमुना में लगाई श्रद्धा की डुबकी
गंगा दशहरा पर यमुना में लगाई श्रद्धा की डुबकी

संवाद सहयोगी, फीरोजाबाद: रविवार को गंगा दशहरा श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। सूर्योदय से पूर्व ही श्रद्धालुओं का यमुना घाटों पर पहुंचना शुरू हो गया। दोपहर तक यह सिलसिला चलता रहा। यमुना में श्रद्धा की डुबकी लगाने के बाद विधि विधान से पूजन किया गया। स्नान, दान के बाद लोगों ने पतंगबाजी का लुत्फ उठाया। जलेबी भी खूब बिकी।

सुबह चार से श्रद्धालु शहर से पांच किमी दूर शंकरपुर, पसीने वाले हनुमान मंदिर और टीले वाले हनुमान मंदिर के साथ ही यमुना के अन्य घाटों पर स्नान करने के लिए पहुंच गए। जैसे-जैसे सुबह होती गई यमुना में स्नान करने वालों की संख्या बढ़ती गई। गर्मी के इस मौसम में खूब गोते लगाए। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मां यमुना की आरती की और पूजन कर अपने पापों को नष्ट करने की प्रार्थना की। कई श्रद्धालुओं ने अपने घरों पर हवन किए। कन्याओं को गंगा स्वरूप मानकर उनका पूजन किया। दही, जलेबी खिलाई और शरबत पिलाने के बाद दान-दक्षिणा दी। घरों में भी स्नान, दान और मां गंगा के साथ भगवान शिव का पूजन हुआ। लोगों ने हवन कर आहूतियां दीं। आसमान में अठखेलियां खाती रहीं पतंगें: दशहरा पर जिले में पतंगबाजी की भी परंपरा है। रविवार को बच्चे, युवा और बुजुर्ग पतंग उड़ाते नजर आए। सुबह से लेकर देर शाम तक पतंगों की जंग होती रही। हालांकि संख्या कम रही, लेकिन जो पतंग उड़ा रहे थे उन्होंने पूरा आनंद लिया। -जलेबी के स्वाद में भूले कोरोना का डर:

दशहरा पर मिठाई की दुकानों पर सुबह छह बजे से ही जलेबी खरीदने के लिए भीड़ जुटना शुरू हो गई। ज्यादा बिक्री की संभावना को देखते हुए मिष्ठान विक्रेताओं ने भी भट्ठी और बिक्री के काउंटर बढ़ा दिए थे। इसके बाद भी दुकानों पर जलेबी खरीदने वाले झुंड के रूप में खड़े थे। सबको जलेबी लेने की जल्दी थी। इस दौरान उनमें कोरोना का डर भी नहीं दिखा। खरबूजे, तरबूज और आम अन्य वर्षाें की तुलना में कम बिका। प्राचीन शिव मंदिर पर नहीं लगा मेला: कोरोना के चलते इस साल सोफीपुर स्थित शिव मंदिर पर मेला नहीं लगा। श्री महादेव मंदिर हनुमान टीला यमुना घाट सुधार समिति के पदाधिकारियों ने भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद सांकेतिक पूजन-पाठ किया। पाबंदी रही बेअसर, जुटी रही भीड़

रविवार को भले ही साप्ताहिक बंदी थी, लेकिन इसका असर कहीं भी नजर नहीं आया। यमुना घाटों से लेकर दुकानों पर लोगों की भीड़ जुटी रही। पुलिस भी सक्रिय दिखाई नहीं दी।

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