14 माह पुराने कत्ल का पर्दाफाश, कातिल पति और जेठ गिरफ्तार

- जानवरों ने नोंची थी लाश खोपड़ी पर रह गए बालों से हुई थी महिला की पुष्टि -पेशबंदी में दी गई तहरीर पर एसएसपी ने क्राइम ब्रांच को दिया था स्पेशल टास्क।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 06:04 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 06:04 AM (IST)
14 माह पुराने कत्ल का पर्दाफाश, कातिल पति और जेठ गिरफ्तार
14 माह पुराने कत्ल का पर्दाफाश, कातिल पति और जेठ गिरफ्तार

- जानवरों ने नोंची थी लाश, खोपड़ी पर रह गए बालों से हुई थी महिला की पुष्टि

-पेशबंदी में दी गई तहरीर पर एसएसपी ने क्राइम ब्रांच को दिया था स्पेशल टास्क

---फोटो- छह-सात जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: 20 सितंबर 2019, सिरसागंज के भदेसरा गांव में बाजरे के खेत में महिला की सड़ी गली लाश मिली। लाश को जानवर नोंचकर खा चुके थे, केवल हड्डियां और एक पैर बचा था। सिर के बालों से महिला का शव होने का पता चला। अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। छह माह तक शिनाख्त न होने पर 8 मार्च को विवेचक ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी।

घटना के 13 महीने बाद एसएसपी सचिद्र पटेल शिकोहाबाद के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। वहां दर्ज एनसीआर देखी। शिकोहाबाद के मोहनीपुर निवासी अर्जुन सिंह पुत्र श्याम सिंह ने दर्ज कराई शिकायत में लिखा था कि उसकी पत्नी मूर्ति देवी अपनी प्रेमी सौरभ के साथ जेवर व अन्य सामान समेटकर फरार हो गई है। एसएसपी ने यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। क्राइम ब्रांच प्रभारी कुलदीप सिंह और उनकी टीम ने पड़ताल की तो राजफाश हो गया। एसएसपी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि खेत में मिला शव मूर्तिदेवी निवासी औंछा मैनपुरी का था। उसके पिता जीतपाल ने बताया कि मूर्ति देवी की शादी शिकोहाबाद के मोहनीपुर निवासी अर्जुन सिंह से 2018 में हुई थी। एक साल बाद उनके दामाद ने बताया कि वह भाग गई है। तब से कोई पता नहीं है। शक के आधार पर पुलिस ने पति अर्जुन सिंह और जेठ उदयवीर को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद दोनों ने गुनाह कुबूल कर लिया। अर्जुन ने बताया कि उसकी पत्नी के मायके में रहने वाले युवक से संबंध थे। इसी बात को लेकर उसने भाई के साथ मिलकर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। सुबूत मिटाने के लिए पत्नी के कपड़े जला दिए थे। पेशबंदी के लिए शिकोहाबाद थाने में उसके भागने की तहरीर दे दी थी। एसएसपी ने बताया कि दोनों भाइयों को जेल भेज दिया गया है। वार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण राजेश कुमार मौजूद रहे।

ताबीज से कातिलों तक पहुंची क्राइम ब्रांच.

क्राइम ब्रांच की टीम ने जिले में अज्ञात महिलाओं के शव के मामले देखे गए। सिरसागंज का मामला जब खंगाला तो शव के पास ताबीज मिला। इसके बाद टीम तहरीर के आधार पर मूर्तिदेवी के मायके पहुंची और उसे पिता को दिखाया। पिता जीत सिंह ने पहचान कर ली। अब कातिल होने के शक की सुई प्रेमी और पति पर टिक गई। प्रेमी घर से बाहर था, जब पति को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया तो वह नहीं आया। गहराई से जांच की गई तो बताया गया कि आखिरी बार अर्जुन और उसका भाई ही मूर्तिदेवी के साथ रात को देखा गया था, उसके बाद से वह गायब हो गई थी। पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने गुनाह कुबूल लिया।

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