सुधर रही हालत, आक्सीजन की खपत हुई कम
पिछले माह की तुलना में 40 फीसद आक्सीजन की खपत कम हुई सरकारी ट्रामा सेंटर और कोविड हास्पिटल में रोगियों की भीड़ कम।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बीते एक पखवाड़े में स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल और सरकारी ट्रामा सेंटर में कोरोना संक्रमितों और संदिग्धों की संख्या में कमी आई है। सरकारी ट्रामा सेंटर पर अब सांस लेने में दिक्कत वाले दो-चार रोगी भर्ती नजर आते हैं। इस कारण पिछले माह के आखिरी पखवाड़े की तुलना में तकरीबन 40 फीसद आक्सीजन की खपत कम हुई है। आक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता का बैकअप बढ़ा है।
10 से 30 अप्रैल का दौर सबसे खराब था। 14 बेड वाले सरकारी ट्रामा सेंटर पर तीन दर्जन रोगी भर्ती नजर आते थे। अस्पताल के ब्रेंच और स्ट्रेचर पर भी इलाज करना पड़ रहा था। इस स्थिति से निपटने के लिए टीबी क्लीनिक के बगल में निष्प्रयोज्य बिल्डिंग में मरम्मत कार्य कराकर 40 बेड का अस्पताल बनवाना पड़ा। कोविड हास्पिटल में भी 100 के आसपास रोगी भर्ती रहते थे। उस वक्त रोजाना 785 से अधिक आक्सीजन सिलेंडरों की खपत रहती थी, लेकिन अब हालत सुधर रही है। रोगियों की भीड़ कम हुई है। रविवार कई जगह हुई मारपीट की घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो सांस के आधा दर्जन रोगी ही भर्ती कराए गए। रोगियों की संख्या घटने से आक्सीजन की खपत भी कम हुई है। इन दिनों रोजाना 510 के आसपास सिलेंडरों की खपत हो रही है। सिलेंडरों का बैकअप 24 घंटे के लिए अस्पताल में है। आक्सीजन सिलेंडरों की खपत -
छह मई - 590
सात मई - 521
आठ मई - 530
नौ मई - 521
10 मई - 521
11 मई - 467
12 मई - 458
13 मई - 504
14 मई -- 548
15 मई - 510
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कोविड हास्पिटल में 55 रोगी रहे भर्ती
स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल में रविवार दोपहर 55 रोगी भर्ती रहे। इनमें से 16 वेंटीलेटर और 20 को आक्सीजन दी जा रही है। जबकि पिछले माह रोगियों की संख्या 100 के आसपास रहती थी।
- आक्सीजन की दहशत भी हुई कम-
रोगियों के तीमारदारों में आक्सीजन की दहशत भी कम हो रही है। एक पखवाड़ा पहले आक्सीजन सिलेंडर की समस्या को लेकर तीमारदार परेशान रहते थे। उन्हें हर वक्त सिलेंडर खत्म होने का डर रहता था, अब ऐसा नहीं है।
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वर्जन-
पहले की अपेक्षा अब कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आ रही है, लेकिन कोरोना संक्रमण की भयावहता बढ़ी है। कोविड हास्पिटल में भर्ती रोगियों में 85 फीसद की हालत गंभीर है।
डा. संगीता अनेजा, मेडिकल कालेज प्रिसिपल