फंदे पर लटकी मिलीं दो बहनें, जमीन पर मिला मां का शव
चार दिनों से नहीं खुला था घर का दरवाजा सड़ चुके थे शव बदबू आने पर पड़ोसियों ने बुलाई पुलिस मां की हत्या के बाद खुदकशी की आशंका।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शनिवार शाम नारखी धौकल गांव के बंद घर से मां और दो जवान बेटियों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची। दो बेटियों के शव फंदे पर लटके थे और मां का शव जमीन पर पड़ा था। तीनों शव बुरी तरह सड़ चुके थे। बताया गया है कि चार दिन से घर बंद था। पुलिस प्रथम²ष्टया हत्या के बाद आत्महत्या का मामला मान रही है।
नारखी थाना क्षेत्र के गांव नारखी धौकल निवासी वेदप्रकाश जाटव का पड़ोसी गांव तजापुर में पशु निस्तारण का काम है। वह तजापुर में पुलिस चौकी के पास अकेला रहते हैं। घर में उसकी पत्नी विमला (62), दो बेटियां ममता (26) और रेनू (24) रहती थीं। जबकि तीन बेटों में एक गांव के दूसरे घर में, दूसरा पड़ोसी गांव कोटला और तीसरा बेटा आगरा में अपने-अपने परिवार के साथ रहते हैं। वेद प्रकाश सप्ताह में एक-दो बार घर आते थे। पिछले चार दिनों से घर का दरवाजा बंद था। शनिवार तीसरे पहर चार बजे बारिश होने के बाद बंद दरवाजे के नीचे से खून बहता हुआ आया, साथ ही तेज बदबू भी आ रही थी। इस पर पुलिस को सूचना दी गई।
एसपी सिटी मुकेश मिश्रा, सीओ टूंडला अभिषेक श्रीवास्तव फोर्स के साथ पहुंचे। मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस पड़ोसी के छत से घर में घुसी और मुख्य दरवाजा खोला। अंदर आंगन के बाद बने कमरे से तेज बदबू आ रही थी, दरवाजा अंदर से बंद था। फोरेंसिक टीम के पहुंचने के बाद दरवाजा तोड़ा गया। कमरे में ममता और रेनू के शव हुक पर फंदे से लटके थे, जबकि विमला देवी का शव जमीन पर पड़ा था और सिर क्षत-विक्षत था। पुलिस ने दोनों शवों को फंदे से उतारा। सूचना पर गांव में रहने वाला बेटा शैतान सिंह पहुंच गया, लेकिन घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं दे सका।
एसपी सिटी मुकेश मिश्रा ने बताया कि प्रथम²ष्टया मामला मां की हत्या के बाद बेटियों की खुदकशी का है। जिस कमरे में शव मिले है, वह अंदर से बंद था और कमरे में कोई खिड़की व दूसरा दरवाजा नहीं था। पड़ोसियों का कहना है कि मां-बेटियों में अक्सर झगड़ा होता था। परिवार पड़ोसियों से भी कम संपर्क रखता था। परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों से जानकारी ली जा रही है।