शहर के 19 किमी हाईवे हैंडओवर में पकड़ा गया लोनिवि का खेल

बाइपास बनने के बाद 19.830 किमी सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग से हुई थी बाहर टाइप लेटर में हाथ से बढ़ाया सर्विस रोड शामिल नहीं नगरायुक्त ने पकड़ा मामला।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 06:58 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 06:58 AM (IST)
शहर के 19 किमी हाईवे हैंडओवर में पकड़ा गया लोनिवि का खेल
शहर के 19 किमी हाईवे हैंडओवर में पकड़ा गया लोनिवि का खेल

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद: सिक्सलेन बाइपास बनने के बाद एनएचएआइ द्वारा बनाए गए राष्ट्रीय राजमार्ग हाईवे को हैंडओवर करने में लोक निर्माण विभाग ने खेल कर दिया। एनएचआइ के परियोजना निदेशक द्वारा जारी हस्तांतरण पत्र पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने हाथ से लिख दिया कि हाईवे हस्तांतरित किया जाता है, लेकिन ननि सीमा के अंतर्गत आने वाले दोनों साइड के सर्विस रोड शामिल नहीं है, जिन्हें नगर निगम को हस्तांतरित किया जाना है। इसके चलते सर्विस रोड की मरम्मत में पेंच फंस गया।

नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) द्वारा वर्ष 2005 जिले में हाईवे के साथ सर्विस रोड का निर्माण कराया गया। सालों से मरम्मत न होने के कारण हाईवे व सर्विस रोड पर जगह-जगह गड्ढे हो गए थे। एनएचएआइ द्वारा 16 करोड़ के बजट से पूरे हाईवे व सर्विस रोड की मरम्मत कराई गई। इसके बाद एनएचएआइ ने आगरा-इटावा मार्ग पर 232.640 से प्रारंभ होकर 252.470 किमी तक (कुल 19.830 कमी) तक हाईवे लोक निर्माण विभाग को हैंडओवर कर दिया है। यानि अब यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग न होकर लोनिवि की सड़क होगी। एनएचएआइ द्वारा टाइप किया हुआ जारी हस्तांतरण पत्र में दो लाइनें हाथ से लिख दीं कि हाईवे के दोनों साइड का सर्विस रोड शामिल नहीं है। इसको नगर निगम को हैंडओवर किया जाना है। यह मामला संज्ञान में आते ही नगर आयुक्त ने दोनों विभागों की बैठक बुलाकर कार्यदायी संस्था से सर्विस रोड ठीक कराने अथवा जुर्माना वसूलने के आदेश जारी कर दिए हैं। अक्टूबर में खत्म हुआ एनएच का दर्जा

शहर में गुजरने वाला 19 किमी हाईवे का 13 अक्टूबर को एनएचएआइ का दर्जा खत्म हो गया था। एनएचएआइ द्वारा जारी पत्र पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने हस्ताक्षर किए गए थे। - हाईवे मेंटीनेंस पर 16 करोड़ का बजट हो चुका है खर्च: कार्यदायी संस्था मै. डायनेस्टी प्रमोटर्स प्रा.लि. द्वारा जिला मुख्यालय से जरौली कलां तक हाईवे व सर्विस रोड की मरम्मत कराई गई। जिस पर 16 करोड़ का बजट खर्च हो चुका है, लेकिन राजा का ताल से नगला भाऊ चौराहे तक तथा आसफाबाद से मुख्यालय तक सर्विस रोड की मरम्मत नहीं की गई। - कार्यदायी संस्था का चार साल मेंटीनेंस का है अनुबंध: कार्यदायी संस्था को हाईवे व सर्विस रोड बनाने, रेलिंग ठीक करने के साथ-साथ चार साल तक मरम्मत का ठेका दिया गया है। इसके बावजूद संस्था द्वारा हाईवे से सटे सर्विस रोड की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। -एनएचएआइ द्वारा 19 किमी हाईवे हैंडओवर का पत्र पहले देखा था, जिसमें हाथ से कुछ भी नहीं लिखा था। लोक निर्माण विभाग को हाईवे हैंडओवर लेने से पहले सर्विस रोड ठीक कराना था। हमने दोनों विभागों की बैठक बुलाई, जिसमें लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था से सर्विस रोड ठीक कराने के आदेश दिए हैं।

- प्रेरणा शर्मा, नगर आयुक्त 'हाईवे का मेंटीनेंस 2024 तक एनएचएआइ को करना था। इन्होंने जबरन हस्तांतरण पत्र जारी करवा दिया। इसके कारण हमने पत्र पर पेन से सर्विस रोड हैंडओवर शामिल नहीं है। इस संबंध में नगरायुक्त को जानकारी दे दी गई है।'

रमेश चंद्र अधिशाषी अभियंता लोनिवि निर्माण खंड दो

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