जेड़ाझाल नहर बंद, गहरा सकता है गंगाजल संकट

सिचाई विभाग द्वारा दो दिन से नहर में नहीं छोड़ा जा रहा पानी नहर में घटा पानी का लेवल अधिकारियों की बढ़ने लगी चिता।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:06 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:06 AM (IST)
जेड़ाझाल नहर बंद, गहरा सकता है गंगाजल संकट
जेड़ाझाल नहर बंद, गहरा सकता है गंगाजल संकट

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद: करवा चौथ व दीपावली का त्योहार नजदीक आ चुका है। इससे पहले ही सिचाई विभाग ने जेड़ाझाल नहर बंद कर दी है। इससे नहर में पानी का लेवल घटकर दो से ढाई फीट ही रह गया है। इससे त्योहार पर शहर में गंगाजल का संकट गहरा सकता है।

432 करोड़ की जेड़ाझाल परियोजना के अंतर्गत सिचाई विभाग द्वारा झालगोपालपुर से नंदपुर तक 25 किमी. लंबी नहर तैयार कराई गई है। जल निगम द्वारा नंदपुर में स्थापित इंटेक प्लांट से पानी को पंप कर सैलई स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक लाया जाता है। यहां पानी को मानक के अनुरूप शुद्ध करने के बाद शहर में पेयजल टंकियों के माध्यम से घरों तक गंगाजल पहुंचाया जाता है। सिचाई विभाग द्वारा नहर की समय-समय पर सफाई कराई जाती है, जिससे पानी तेज प्रेशर से नंदपुर तक पहुंच सके। पिछले कई महीनों से उक्त नहर की सफाई नहीं कराई गई है। सिंचाई विभाग ने सफाई के लिए दो दिन से नहर में पानी छोड़ना बंद कर दिया है। इससे नहर में पानी का लेवल चार फीट से घटकर दो से ढाई फीट ही रह गया है। जल निगम के सहायक अभियंता डीसी शर्मा का कहना है कि सिचाई विभाग ने नहर बंद होने के संबंध में कोई पत्र नहीं भेजा है। केवल फोन पर सूचना दी है। नहर कितने दिन बंद रहेगी, यह भी स्पष्ट नहीं है। -नंदपुर स्थित झील बचा है मात्र एक मीटर ही पानी है: शहर में अस्थाई रूप से गहराने वाले जल संकट को दूर करने के लिए विशाल झील तैयार कराई गई है। नहर में बिना रुकावट पानी आने से जल निगम द्वारा झील को नहीं भरा गया। विभागीय अधिकारियों की मानें तो झील में मात्र एक मीटर ही पानी बचा है। विधायक ने की उच्चाधिकारियों से बात

विधायक मनीष असीजा ने इस संबंध में रामगंगा कमांड के मुख्य अभियंता से जीसी अग्रवाल और इंजीनियर इन चीफ सिचाई विभाग निरंजन कुमार से बात की है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि नहर से पानी की आपूर्ति जारी रहेगी। जलापूर्ति के साथ-साथ झील भी भरी जाएगी। झील भरने के बाद सफाई के लिए नहर बंद की जाएगी।

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