सीडीपीओ कार्यालयों में मिली पुष्टाहार की गड़बड़ी

डीपीओ ने किया शिकोहाबाद और जसराना परियोजना कार्यालय का निरीक्षण न स्टाक सत्यापित मिला और न अभिलेख।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:15 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:15 AM (IST)
सीडीपीओ कार्यालयों में मिली पुष्टाहार की गड़बड़ी
सीडीपीओ कार्यालयों में मिली पुष्टाहार की गड़बड़ी

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: आंगनवाड़ी केंद्रों के बाद अब बाल विकास परियोजना कार्यालयों में भी पुष्टाहार की गड़बड़ी मिल रही हैं। डीपीओ ने शुक्रवार को शिकोहाबाद और जसराना परियोजना कार्यालय का निरीक्षण किया तो वहां न स्टाक सत्यापित मिला और न अभिलेख। उन्होंने सीडीपीओ और मुख्य सेविकाओं को नोटिस जारी किए हैं।

डीपीओ आभा सिंह ने बताया कि बाल विकास परियोजना अधिकारी शिकोहाबाद में पुष्टाहार वितरण का सत्यापन नहीं कराया गया था। फोन द्वारा लाभार्थी से पुष्टाहार वितरण की जानकारी लेने पर पता चला कि फतेहपुर करखा की बालिका खुशी को पुष्टाहार वितरण नहीं किया गया, जबकि अभिलेखों में दिखाया गया था। बुढ़रई आंगनबाड़ी केंद्र की लाभार्थी तीन गर्भवती महिलाओं ने बताया कि उसे केवल आधा किलो दाल व आधा किलो खाद्य तेल दिया गया है, जबकि एक-एक किलो खाद्यान्न देने का प्रावधान है। वहीं सावित्री नाम की महिला ने पुष्टाहार न मिलने की जानकारी दी। जबकि उसके नाम पर वितरण दिखाया गया था। तीन लाभार्थियों के मोबाइल नंबर गलत निकले।

इसी तरह जसराना परियोजना कार्यालय का हाल मिला। यहां गोदाम में काफी मात्रा में वनस्पति तेल खराब स्थिति में मिला। गोदाम में काफी गंदगी थी। इस संबंध में गोदाम प्रभारी सीमा कोई जवाब नहीं दे सकीं। डीपीओ ने बताया कि गोदाम पर पुष्टाहार आने के बाद एक सप्ताह में स्वयं सहायता समूहों तक पहुंचाने के निर्देश हैं, लेकिन दोनों जगह गोदामों पर 15 दिन से खाद्यान्न रखा मिला। पुष्टाहार के रखरखाव व वितरण में गंभीर अनियमितता पाए जाने पर अभी नोटिस जारी किए गए हैं, जवाब आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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