सूख गई पंचवटी, नवग्रहों पर लगा ग्रहण
विकास भवन परिसर में दो साल पहले रोपे गए थे पौधे देखभाल के अभाव में पहले सूखे अब निशान भी नहीं बचे।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: जिले में हर साल लाखों पौधे लगने के बाद भी वन क्षेत्र न बढ़ने की बड़ी वजह पौधारोपण के बाद उनकी देखभाल न होना है। इसका उदाहरण देखने के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं है। दो साल पहले विकास भवन परिसर में नवग्रह और पंचवटी वाटिका विकसित करने के लिए पौधारोपण किया गया था। अब पंचवटी सूख चुकी है और नवग्रह वाटिका पर भी ग्रहण लग चुका है।
उद्यान और कृषि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से सभी ग्रहों के प्रतीक स्वरूप पीपल, गूलर, ढाक, पाकड़, खैर और दूब का रोपण किया गया था। इसी के पास पंचवटी वाटिका में भी पांच प्रकार के पौधे रोपे। सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाए गए और तारबंदी भी की गई। कुछ दिन पानी भी दिया गया। इसके बाद अधिकारी भूल गए। न उद्यान विभाग ने मुड़कर देखा और न कृषि विभाग ने परवाह की।
मंगलवार को जागरण की टीम वहां पहुंची तो पंचवटी में पीपल के अलावा और कोई पेड़ नहीं मिला। वहीं नवग्रह वाटिका की पहचान कराने वाला संकेतक एक पेड़ के नीचे उल्टा रखा था। नवग्रह के नौ और पंचवटी के पांच में से आठ पौधों के तो निशान तक नहीं दिखे। जिला कृषि अधिकारी रविकांत सिंह का कहना है कि हमने रोपण में सहयोग किया था देखभाल उद्यान विभाग को करनी थी। वहीं जिला उद्यान अधिकारी विनय कुमार यादव का कहना है कि ज्यादातर पेड़ लगे हैं। एक दो सूख गए होंगे तो दोबारा लगवा देंगे।
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पीएम किसान के लाभार्थी जागरण के साथ रोपेंगे अच्छे पौधे
आओ रोपें अच्छे पौधे अभियान के तहत तीन जुलाई को प्रधान मंत्री किसान सम्मान योजना के लाभार्थी दैनिक जागरण के साथ पौधारोपण करेंगे। इस संबंध में उप कृषि निदेशक हंसराज ने सभी अधीनस्थों को निर्देश जारी किए हैं। रोपण से दो दिन पहले गड्ढे खोदे जाएंगे।