ईद उल फितर कल, घरों में पढ़ी जाएगी नमाज

कोरोना के चलते सादगी से त्योहार मनाने की अपील प्रशासन ने मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ की बैठक।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:14 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:14 AM (IST)
ईद उल फितर कल, घरों में पढ़ी जाएगी नमाज
ईद उल फितर कल, घरों में पढ़ी जाएगी नमाज

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: 30 रोजे के बाद आने जाने वाला भाईचारे और खुशियों का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा। ईद उल फितर को लेकर मुस्लिम समाज में काफी उत्साह है, लेकिन कोरोना के चलते उन्हें ये त्योहार सादगी के साथ मनाना होगा। नमाज भी घर में पढ़ी जाएगी। इसके लिए प्रशासन और धर्म गुरुओं ने सभी से अपील की है।

रमजान का आखिरी रोजा गुरुवार को है। पूरी उम्मीद जताई जा रही है कि ईद का चांद भी रात को नजर आ जाएगा। इसके साथ ही ईद की मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। शुक्रवार को सुबह से ही मुस्लिम परिवारों में चहल पहल दिखाई देगी, लेकिन इस बार ईदगाह, जामा मस्जिद या अन्य प्रमुख मस्जिदों पर भीड़ नहीं उमड़ेगी। कोरोना के चलते पिछले साल की तरह लोगों को घरों में ईद की नमाज पढ़नी होगी।

इस संबंध में बुधवार की दोपहर एसपी सिटी कार्यालय में प्रशासन और शहर के उलेमाओं की बैठक हुई। इसमें एसपी सिटी मुकेश चंद्र मिश्रा ने कहा कि कोरोना खतरनाक अंदाज में फैल रहा है। इसलिए सभी लोग सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए त्योहार मनाएं। मस्जिदों में केवल पांच लोग ही नमाज पढ़ सकेंगे। अध्यक्षता करते हुए मौलाना शफी कासमी ने उन्हें आश्वासन दिया कि जिस तरह पिछले साल नियमों का पालन किया गया, उसी तरह इस बार भी सभी अपने घरों में नमाज अदा कर अल्लाह से इस बीमारी का खात्मा जल्द करने की दुआ करेंगे।

उलेमाओं ने कहा कि मुहम्मद साहब के समय में भी इस तरह की बीमारी फैली थी तो उन्होंने घरों में नमाज पढ़ने का हुक्म दिया था। करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान ने त्योहार पर बिजली, पानी की आपूर्ति और सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की। सिटी मजिस्ट्रेट गुलशन कुमार, सीओ सिटी हरिमोहन सिंह ने प्रशासन की तरफ से पूरे सहयोग का भरोसा दिया। एलआइयू प्रभारी केएल मीना, मौलाना तनवीर उल कादरी, मौलाना आलम मुस्तफा याकूबी, मुफ्ती तनवीर सूफी, आदम मुस्तफा, मुफ्ती कासिम रजी, मौलाना अशरफ अलीम, ईदगाह कमेटी के सचिव इसरार अहमद आदि उपस्थित रहे। सुबह सवा सात से 11.30 तक पढ़ सकते हैं नमाज:

इस्लामिक सेंटर के सचिव आलम मुस्तफा याकूबी ने बताया कि ईद की नमाज घरों में सुबह 7.15 से 11.30 तक पढ़ी जा सकती है। जिन परिवारों में नमाज पढ़ने वाले सदस्यों की संख्या पांच से कम है वे चार रकात चाश्त की नमाज पढ़ लें। एहतियातन किसी से गले न मिलें। हाथ न मिलाएं। न किसी के घर जाएं और न किसी को बुलाएं। गांव के लोग नमाज पढ़ने शहर में न आएं।

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