बाल दिवस विशेष: स्पांसर से संवरेगा अनाथ बच्चों का भविष्य
सड़कों पर मेहनत मजदूरी करने वाले बच्चों का भविष्य अब स्पांसर स्कीम के तहत संवारा जाएगा। बच्चों की पढ़ाई आदि व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाएंगी।
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: सड़कों पर मेहनत मजदूरी करने वाले बच्चों का भविष्य अब स्पांसर स्कीम से संवरेगा। इसके तहत एक निर्धारित राशि उक्त बच्चों के अभिभावकों या उनका पालन पोषण करने वालों को दी जाएगी। ताकि वे सड़क किनारे मजदूरी करने व बदहाल जिंदगी गुजारने को मजबूर न हों। सरकार ने पांच साल पहले स्पांसर स्कीम शुरू की थी। पहली बार जिले को बजट मिला है।
समाज में बहुत से ऐसे बच्चे हैं, जो अनाथ हैं। जिनके माता, पिता मर चुके हैं या वे किसी ऐसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, बच्चों का पालन पोषण नहीं कर सकते। ऐसे बच्चों की परवरिश उनके ही परिवार के अन्य लोग करते हैं। ऐसे बच्चे पढ़ाई छोड़कर बालश्रम को मजबूर हो जाते हैं। शहर में सुभाष तिराहा से आसफाबाद चौराहा तक हाईवे पर बड़ी संख्या में बच्चे बसों के पीछे दौड़ते नजर आते हैं।
ऐसे बच्चे पढ़ाई करें और परवरिश सही से हो इसके लिए यह स्कीम शुरू की गई है। महिला संरक्षण अधिकारी अपर्णा कुलश्रेष्ठ ने बताया कि स्कीम में चयनित बच्चे के अभिभावकों को सरकार दो हजार रुपये प्रतिमाह सहायता राशि देगी जो उसकी देखरेख और शिक्षा पर खर्च होगी। - बजट कम होने के कारण पहले चरण में दो दर्जन बच्चों को लाभान्वित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बच्चों की सूची तैयार हो रही है। डीएम से स्वीकृति मिलने के बाद धनराशि भेजना शुरू किया जाएगा।
अजय पाल ¨सह, जिला प्रोबेशन अधिकारी