स्कूल के गैस सिलिंडर में लगी आग, रसोइया झुलसी

शनिवार को ठार गोला के प्राथमिक विद्यालय में हुआ हादसा मची अफरा तफरी ग्रामीणों ने मिट्टी डालकर आग पर काबू पाया विधायक और एसडीएम पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:53 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 06:53 AM (IST)
स्कूल के गैस सिलिंडर में लगी आग, रसोइया झुलसी
स्कूल के गैस सिलिंडर में लगी आग, रसोइया झुलसी

संवाद सहयोगी, टूंडला: सोमवार को स्कूल खोलने की तैयारियों के बीच शनिवार को रसूलाबाद के प्राथमिक विद्यालय ठार गोला में हादसा हो गया। रसोई में रखे गैस सिलिंडर में आग लगने से एक रसोइया बुरी तरह से झुलस गई। ग्रामीणों ने मिट्टी डालकर आग पर काबू पाया। रसोइया को गंभीर हालत में आगरा रेफर किया गया है। विधायक और एसडीएम ने स्कूल पहुंचकर मामले की जानकारी की।

एक मार्च से प्राथमिक स्कूल खुल रहे हैं। इसको देखते हुए शनिवार को परिषदीय स्कूलों में तैयारी हुई। प्रावि ठार गोला में भी सहायक अध्यापिका रचना रावत, शिक्षामित्र मीना, कमलेश, उर्मिला एवं राकेश तैयारी में जुटे थे। रसोइया सुमरा देवी, रघुरानी और शांति देवी रसोई की सफाई कर रही थीं। उन्होंने गैस सिलिडर जलाकर देखा। इसी दौरान पाइप लीक होने से सिलिडर में आग लग गई। रघुरानी और शांति चीखते हुए बाहर निकल आई, लेकिन सुमरा देवी निवासी ठार गोला को आग ने अपनी चपेट में ले लिया।

शोर सुनकर शिक्षक मौके पर पहुंचे, तब तक वह बुरी तरह से झुलस चुकी थीं। शिक्षकों ने उन्हें किसी तरह बाहर निकाला। उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से आगरा रेफर कर दिया। आग से रसोई घर की छत का प्लास्टर टूटकर गिर पड़ा। ग्रामीणों ने किसी तरह सिलिडर को बाहर खींचकर मिट्टी डालकर आग बुझाई। ग्रामीणों का कहना था कि अगर सिलिडर फटता तो बड़ा हादसा हो सकता था। गनीमत रही कि बच्चे स्कूल में नहीं थे। इस घटना के चलते स्कूल का स्टाफ सहम गया। शिक्षिका रचना की तबियत बिगड़ गई। उन्हें और प्रधानाचार्य रेनू यादव को ग्रामीणों का गुस्सा भी झेलना पड़ा।

जानकारी होने पर टूंडला विधायक प्रेम पाल सिंह धनगर, एसडीएम राजेश वर्मा, बीडीओ नरेश कुमार, खंड शिक्षाधिकारी विनोद कुमार पांडे और भाजपा जिला महामंत्री दीपक चौधरी भी मौके पर पहुंच गए।

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पौन घंटे देरी से पहुंची एंबुलेंस, तड़पती रही रसोइया

ग्रामीणों ने 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस बुलाई, लेकिन टूंडला से मात्र दस किमी की दूरी को तय करने में एंबुलेंस को पौन घंटे का समय लगा। तब तक रसोइया तड़पती रही। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। अधिकारियों ने उन्हें समझाकर शांत कर दिया।

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नहीं चला सके अग्निशमन यंत्र

सरकार स्कूल में आग से सुरक्षा पर लाखों खर्च कर रही है, लेकिन सुरक्षा सिर्फ कागजी है। शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में अग्निशमन यंत्र की दो महीने पहले ही रीफिलिंग कराई थी, लेकिन दोनों में से कोई भी नही चला। सवाल यह है कि अग्निशमन यंत्र खराब थे या फिर शिक्षकों को इन्हें चलाना नहीं सिखाया गया। यह भी जांच का विषय है कि इन दोनों यंत्र की रीफिलिंग नियमानुसार हुई थी या नहीं।

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-मैं शनिवार को छुट्टी पर थी। घटना की जानकारी होते ही स्कूल पहुंची। अग्निशमन यंत्रों में दो माह पूर्व ही गैस भरवाई गई थी, लेकिन घबराहट के चलते उनका प्रयोग नहीं कर सके।

-रेनू यादव, प्रधानाध्यापिका

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