हम सभी को महर्षि वाल्मीकि से लेनी चाहिए प्रेरणा- प्रो.बघेल
सरोजनी नायडू स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल संघ ने मनाया समरसता महोत्सव जगह-जगह हुए कार्यक्रम।
संवाद सहयोगी, फिरोजाबाद: महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को सरोजनी नायडू स्कूल में आयोजित विचार गोष्ठी में केंद्रीय कानून राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि हम सभी को महर्षि वाल्मीकि से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने सभी लोगों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया।
नगर निगम के नामित पार्षद रामखिलाड़ी वाल्मीकि द्वारा महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में हवन पूजन एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया। इस दौरान केंद्रीय कानून राज्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की। उनकी जयंती सर्वसमाज को मनानी चाहिए। इसके साथ ही शिक्षा एक ऐसी चाबी है, जिससे हर क्षेत्र में सफलता का ताला खुलता है। इसलिए सभी लोग बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर शिक्षा दिलाने का कार्य करें। कार्यक्रम में सांसद डा. चंद्रसेन जादौन, मेयर नूतन राठौर, पूर्व महानगर अध्यक्ष कन्हैया लाल गुप्ता, पार्षद पूनम शर्मा, सुभाष गोला, संजय मिश्रा, राहुल चौहान, महेंद्र वाल्मीकि उपस्थित रहे। ननि में मनाया समरसता दिवस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा समरसता महोत्सव का आयोजन किया गया। नगर निगम में आयोजित विचार गोष्ठी में विभाग प्रचारक धर्मेन्द्र भारत ने कहा कि समय-समय पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। ताकि समाज में भेदभाव छुआछूत की भावना पूर्ण रूप से खत्म की जा सके। इसके बाद स्वयं सेवकों ने महर्षि वाल्मीकि के मंदिर की सफाई करने के बाद दीप मालिका सजाई। कार्यक्रम में मेयर नूतन राठौर, अंबेश शर्मा, रमाकांत शर्मा, रामबाबू झा, अतुल यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। इनके अलावा दीनदयाल नगर, सुदर्शन नगर रसूलपुर सहित दस शाखाओं पर कार्यक्रम आयोजित किए। सदर ब्लाक के गांव फुलायची में जिला संघ चालक रामलखन सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि समरस समाज ही सबल राष्ट्र का आधार है। समता और ममता युक्त समाज की स्थापना करना समय की आवश्यकता है। इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। कार्यक्रम में नवाब सिंह कुशवाह, अभिनव सिंह, जीवाराम, उत्कर्ष सिंह, सियाराम, शेखर सिंह, प्रदीप सिंह, अभिनव सिंह आदि लोग उपस्थित रहे। वाल्मिकी सभा ने आयोजित की विचार गोष्ठी:
उप्र वाल्मीकि सभा के पदाधिकारियों ने नई बस्ती स्थित जिला कार्यालय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें जिलाध्यक्ष अशोक पाराशर ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण जैसे महाकाव्य की रचना की। रामायण के ज्ञान से हिदू धर्म एवं भारती संस्कृति, सामाजिक आचरण, पारिवारिक व्यवहार आदर्श स्वरूप होने से देश, समाज और परिवार का कल्याण ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व का उद्धार होता है। बैठक में महंत प्रताप दास, प्रकाश चंद्र, प्रकाश चौहान, कंचन देवी, वीनेश पाराशर, नीरज वाल्मीकि आदि लोग उपस्थित रहे।