मैया को हलवा पूरी का लगाया भोग, गूंजे जयकारे

पूजन कर सिद्धिदात्री मैया का लिया आशीष घर-घर हुआ कन्या पूजन देवी मंदिरों में उमड़ी भीड़ अंदर रही सख्ती बाहर कोरोना नियम तार-तार।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:02 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:02 AM (IST)
मैया को हलवा पूरी का लगाया भोग, गूंजे जयकारे
मैया को हलवा पूरी का लगाया भोग, गूंजे जयकारे

संवाद सहयोगी, फीरोजाबाद: बुधवार को चैत्र नवरात्र के नौ वें दिन माता दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना हुई। श्रद्धालुओं ने मैया को हलवा पूरी का भोग लगाकर उपवास तोड़ा। इसके बाद घर-घर कन्याओं का पूजन किया और उन्हें उपहार भेंट किए। वहीं देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिरों के बाहर कोरोना संक्रमण के नियम टूटते रहे, जबकि अंदर सख्ती रही।

बुधवार को नवमी मनाई। सुबह होते ही स्नान आदि से निवृत होकर महिला श्रद्धालु मैया का पूजन करने की तैयारियों में जुट गई। पूजन के बाद कन्या-लांगुरों को भोजन कराने के साथ ही प्रसाद का वितरण कर माता रानी को विदा किया। सुबह छह बजे से ही राजराजेश्वरी कैला देवी मंदिर, उसायनी स्थित वैष्णो देवी धाम सहित अन्य देवी मंदिरों में माता रानी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। मंदिरों के बाहर कोरोना नियमों की अनदेखी की जा रही थी, वहीं अंदर सख्ती बरती। बड़ा गेट बंद था और गेट पर तैनात कर्मचारी थर्मल स्क्रीनिग करने के बाद सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को बारी-बारी से प्रवेश दे रहे थे। दोपहर एक बजे तक पूजन करने का सिलसिला चलता रहा।

---

हवन पूजन कर बांटा प्रसाद

टूंडला: श्रद्धालुओं ने बुधवार को विधि विधान से पूजन कर मैया को हलवा, पूड़ी और चने का भोग लगाया। घरों में हवन पूजन के साथ में कन्या लांगुरों को भोजन कराया। मंदिरों में भी सुबह से ही भक्तजनों की भीड़ रही। कई भक्तों ने नेजा चढ़ाया। नवमी के दिन बच्चों में खासा उत्साह रहा। नगर में दर्जनों स्थानों पर हवन यज्ञ के साथ ही मां भगवती की आराधना कर प्रसाद वितरित किया गया।

-----

अधिकांश श्रद्धालुओं ने घर पर ही की मैया की पूजा

शिकोहाबाद: कोरोना संक्रमण को देखते हुए अधिकांश श्रद्धालुओं ने घर पर ही मैया का पूजन किया। नगर के बड़ा बाजार स्थित काली देवी मंदिर, आवगंगा काली मंदिर, पथवारी मंदिर, मां शीतला मंदिर, चौमुखी महादेव मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में कम संख्या में ही श्रद्धालु पहुंचे। गेट पर तैनात कर्मचारी थर्मल स्क्रीनिग करने के बाद एक बार में सिर्फ पांच श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया।

chat bot
आपका साथी