100 डेज चैलेंज में नगर निगम सहित चार निकायों का चयन

20 जून तक पूरे कराए जाएंगे 26 हजार 524 शहरी आवास शासन के आदेश पर डूडा और कंसल्टेंट कंपनी ने बनाई रणनीति।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 06:54 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:54 AM (IST)
100 डेज चैलेंज में नगर निगम सहित चार निकायों का चयन
100 डेज चैलेंज में नगर निगम सहित चार निकायों का चयन

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बरसात से पहले बेघरों का उनके अपने घर में गृह प्रवेश कराने के लिए भारत सरकार ने 100 डेज चैलेंज शुरू किया है। नगर निगम सहित जिले के चार नगर निकायों का इसमें चयन हुआ है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत इनमें निकायों में अब तक स्वीकृत सभी आवास पूरे कराए जाएंगे। इसके लिए डूडा और उसकी कंसल्टेंट कंपनी ने रणनीति बना ली है।

पीएम आवास योजना में उन बेघर लोगों को मकान बनवाने के लिए ढाई लाख रुपये की सहायता दी जाती है, जिनके पास अपनी जमीन तो है लेकिन गरीबी के चलते वे मकान बनवा पाने में असमर्थ हैं। इस योजना में जिले में अब तक 40 हजार से अधिक आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं, लेकिन पूरे 35 फीसद भी नहीं हुए हैं। किसी की दूसरी किश्त रुकी है तो किसी को पहली भी नहीं मिली है।

काम में तेजी लाने के लिए सरकार ने आठ मार्च से 100 डेज चैलेंज शुरू किया है, इसमें 20 जून से पहले जिले के 40 फीसद निकायों में स्वीकृत सभी आवास पूरे कराने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें नगर निगम के साथ ही नगर पालिका टूंडला, नपा सिरसागंज और नगर पंचायत फरिहा को शामिल किया गया है। इन निकायों में अब तक 26 हजार 524 आवास स्वीकृत हुए हैं। इनमें जो पूरे नहीं हुए हैं, उन्हें हर हाल में पूरा कराया जाएगा।

----

- चारों निकायों में अब ये है स्थिति

- 23,820 को पहली है 50 हजार की पहली किश्त

- 21,693 को मिली है डेढ़ लाख की दूसरी किश्त

- 12,159 को मिली है 50 हजार की दूसरी किश्त

- 2704 को है पहली किश्त मिलने का इंतजार

----

- 1613 आवेदन असल चुनौती

डूडा और उसकी कंसल्टेंट कंपनी के सामने असल चुनौती 1613 आवेदन हैं। जिनकी अब तक जियो टैगिग नहीं हो पाई है। जो निर्माण स्थल पर जाकर होती है। इसके बिना किश्तों का भुगतान शुरू नहीं होगा। इनमें 550 आवेदन तक ऐसे हैं जिनका अब तक डाटा ही आनलाइन नहीं हुआ है।

----

चैलेंज पूरा कराने के लिए हम पूरे प्रयास करेंगे। बैंकों के मर्ज होने से भुगतान में कुछ समस्याएं आ रही हैं। कंसल्टेंट कंपनी से कहा गया है कि जियो टैगिंग से पहले ही आवेदकों से नए खाता नंबर लिए जाएं। जियो टैगिग के कार्य में भी तेजी लाई जाएगी।

- सुभाष वीर सिंह राजपूत, परियोजना अधिकारी डूडा

chat bot
आपका साथी