पंचायत सचिव, एपीओ दोनों की रिपोर्ट निकली फर्जी

पोषण वाटिका की हकीकत देख हुए हैरान हुए सीडीओ शिक्षक नहीं दे पाए आय-व्यय का विवरण बीडीओ पर भी कार्रवाई के निर्देश।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 05:12 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 05:12 AM (IST)
पंचायत सचिव, एपीओ दोनों की रिपोर्ट निकली फर्जी
पंचायत सचिव, एपीओ दोनों की रिपोर्ट निकली फर्जी

जासं, फीरोजाबाद: अति कुपोषित बच्चे भी हरी और पौष्टिक सब्जियां खाकर तंदरुस्त हो सकें। इसके लिए ग्राम पंचायत सचिव और ब्लाक पर बैठे अधिकारी गंभीर नहीं है। कोई घर बैठे ऐसे बच्चों के परिवार पर जमीन न होने की रिपोर्ट भेज रहा है तो किसी ने परिवार के वाटिका बनाने की इच्छा न होने की सूचना भेजकर इतिश्री कर ली। सदर ब्लाक के दो गांवों में सीडीओ ने बुधवार को निरीक्षण किया तो हकीकत समाने आई।

सीडीओ चर्चित गौड़ ग्राम पंचायत खरसुली व विजयपुरा में निरीक्षण कर पोषण वाटिका के लिए हुए सर्वे का खुद जायजा लिया। विजयपुरा के सचिव हरेंद्र पाल सिंह ने सात अतिकुपोषित बच्चों के परिवार में पोषण वाटिका के लिए जगह न होने की रिपोर्ट दी थी। वहीं ब्लाक स्तर से एपीओ मनरेगा ने इस रिपोर्ट को बदल कर लाभार्थी बच्चे के माता पिता द्वारा इच्छा न होने की बात लिखी गई। जबकि एक कुपोषित बच्ची गंगा की मां शीला ने बताया कि वह वाटिका के लिए तैयार है। निरीक्षण के समय सूचना के बाद भी बीडीओ रचना गुप्ता और एपीओ गांव नहीं पहुंचे। सीडीओ ने जानकारी की तो पता चला वे दोनों ब्लाक में भी नहीं हैं। दोनों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उपायुक्त मनरेगा व जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि वे 1,283 अतिकुपोषित बच्चों के घरों पर पोषण वाटिका तत्काल स्थापित कराएं।

उच्च प्राथमिक विद्यालय खरसुली के प्रधानाध्यापक उमर सिद्वीकी, प्राथमिक विद्यालय विजयपुरा की प्रधानाध्यापिका उर्मिला देवी कंपोजिट ग्रांट पंजिका में आय व्यय का विवरण और बच्चों के खाद्यान्न वितरण के अभिलेख नहीं दिखा सके। उन्होंने सीडीओ को बताया कि वह अभिलेख घर पर पूरे कर रहे हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए बीएसए को दोनों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। निरीक्षण दौरे में डीडीओ राजेश कुरील भी मौजूद रहे।

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