बड़े भाई ने ही की थी युवक की हत्या

पहले टीशर्ट से घोटा गला फिर दरांती से गला रेत दिया था एका के नगला गोकुल में 13 जून की रात हुई थी वारदात।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:01 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:01 AM (IST)
बड़े भाई ने ही की थी युवक की हत्या
बड़े भाई ने ही की थी युवक की हत्या

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: 13 जून की रात खेत की रखवाली करने गए एका के गांव नगला गोकुल निवासी युवक की हत्या उसके ही बड़े भाई ने की थी। उसने पहले टीशर्ट से गला घोटा, उसके बाद दरांती से रेत दिया। परिवार में अपना महत्व घटने और शराब पीने के लिए रुपये नहीं मिलने से नाराज होकर बड़े भाई ने इस वारदात को अंजाम दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नहर किनारे से दरांती बरामद कर ली।

नगला गोकुल निवासी 25 वर्षीय राजकुमार राजौरिया मुंबई में हलवाई का काम करता था। पिछले साल लाकडाउन में घर लौटने के बाद से वह अपने दो भाइयों के साथ खेतीबाड़ी करने लगा। पिछले रविवार रात वह खेत की रखवाली करने गया था। सुबह उसकी लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। बड़े भाई पुष्पेंद्र कुमार ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।

एसएसपी अशोक कुमार शुक्ला ने रविवार को हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए बताया कि पुष्पेंद्र ने ही राजकुमार की हत्या की थी। ग्रामीणों से पूछताछ में यह पता चला था कि दोनों भाईयों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद सर्विलांस टीम को काल डिटेल से अहम सुराग मिले। इसके बाद पुष्पेंद्र को शनिवार को रामपुर चौराहे से हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ में उसने पूरा सच उगल दिया।

पुष्पेंद्र ने बताया कि पहले टीशर्ट से गला घोटा था, इसके बाद दरांती से गला रेत कर छोटे भाई की हत्या कर दी। इसके बाद टीशर्ट और दरांती को उसने कानपुर ब्रांच हजारा नहर में फेंका था। पुष्पेंद्र का कहना था कि पहले वह घर का मालिक था। राजकुमार भी मुंबई से परिवार के खर्चे के लिए रुपये उसके पास भेजता था। इस कारण उसे शराब पीने व अन्य शौक पूरा करने के लिए रुपये की कमी नहीं रहती थी, लेकिन राजकुमार के लौटने के बाद परिवार में उसका महत्व कम हो गया। राजकुमार ने उसे रुपये देने बंद कर दिए। इस कारण 13 जून को उन दोनों में झगड़ा हुआ था। पत्रकार वार्ता के समय एसपी ग्रामीण डा. अखिलेश नारायण सिंह और थानाध्यक्ष एका नरेंद्र शर्मा भी उपस्थित रहे। पुलिस से बचने को हर संभव किया प्रयास-

पुष्पेंद्र ने बताया कि टीवी सीरियलों को देखने से उसे पता था कि मोबाइल से लोकेशन का पता चल जाता है। इसलिए हत्याकांड से पहले वह मक्खनपुर स्थित अपनी बहन के घर गया। कुछ देर रुकने के बाद वह ताऊ के घर आसफाबाद जाने की बात कह कर चला आया, उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया था। मक्खनपुर से वह सीधे अपने खेत पर पहुंचा और मेड़ पर बैठ कर मोबाइल देख रहे राजकुमार की हत्या कर दी। हत्या के बाद वह ताऊ के घर आसफाबाद पहुंचा और मोबाइल चालू कर लिया।

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