अभी स्कूल में नहीं बुलाए जाएं छात्र

19 नवंबर से कक्षा छह से आठवीं के छात्रों को स्कूल बुलाने की संभावना केंद्र ने राज्य सरकार पर छोड़ा है निर्णय लेनी होगी अभिभावकों की सहमति।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 06:50 PM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 06:50 PM (IST)
अभी स्कूल में नहीं बुलाए जाएं छात्र
अभी स्कूल में नहीं बुलाए जाएं छात्र

संवाद सहयोगी, फीरोजाबाद: केंद्र सरकार ने कोरोना काल में 19 नवंबर से कक्षा छह से आठवीं तक के स्कूलों में छात्र-छात्राओं को बुलाने का निर्णय राज्य सरकार पर छोड़ा है। अभिभावकों का कहना है कि अभी कोरोना संक्रमण का खतरा बरकरार है। ऐसे में छात्रों को स्कूल बुलाने का निर्णय सही नहीं होगा।

कोरोना काल में 17 मार्च से शिक्षण संस्थान बंद कर दिए थे। एक जुलाई से शिक्षण संस्थान खोले गए, लेकिन छात्र-छात्राओं को नहीं बुलाया गया था। 19 अक्टूबर से स्कूल-कालेज में नौवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को बुलाकर पढ़ाई शुरू हुई। केंद्र द्वारा नवंबर को जारी गाइड लाइन में 19 नवंबर से कक्षा छह से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को बुलाने के संबंध में गाइडलाइन जारी की थी। हालांकि इस पर फैसले का अधिकार प्रदेश सरकार को लेना है। वहीं इसके लिए अभिभावकों की अनुमति लेना आवश्यक होगा। अभिभावकों का कहना है, कि लगातार कोरोना संक्रमण के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं को स्कूल में बुलाने के लिए सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए। जल्दबाजी में लिया गया निर्णय घातक सिद्ध हो सकता है। बच्चों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा अधिक रहता है। अभी कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल बुलाना सही नहीं है, क्योंकि बच्चे नियमों का पालन भी नहीं कर पाएंगे।

विश्वेंद्र पाल सिंह, अभिभावक

फोटो-6 कोरोना संक्रमण के चलते पिछले सत्र में सरकार ने बोर्ड परीक्षार्थियों को छोड़कर अन्य सभी को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया था। इस सत्र में भी कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को प्रमोट किया जाए।

देवेंद्र सिंह, अभिभावक

फोटो-7 अभी इस संबंध में शासन से कोई पत्र नहीं आया है। अगर कक्षा छह से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को बुलाने का आदेश आता है तो स्कूलों में कोरोना संक्रमण के सभी बचाव किए जाएंगे।

डा. अरविद पाठक, बीएसए

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